इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)
शहरी विकास व आवास मंत्री सुरेश भारद्वाज (Suresh Bhardwaj) ने वर्तमान में शिमला शहर में जल संकट की समस्या (drinking water crisis in Shimla) के मद्देनजर गुरुवार को गिरी परियोजना (fallen drinking water source) का औचक निरीक्षण कर शिमला शहर के लिए पानी की आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए सभी प्रबंधों की जानकारी ली।
उन्होंने बताया कि भारी गर्मी एवं कम बारिश के कारण सियोग, कोटी बरांडी और नौणी खड्ड के साथ-साथ गिरी में भी पानी घटा है जिससे जल संकट उत्पन्न हुआ है।
सुरेश भारद्वाज ने अधिकारियों को परियोजना के तहत पानी आपूर्ति की निरंतरता को बनाए रखने तथा बारिश अथवा सूखे की स्थिति में आपूर्ति बाधित न हो, इस संबंध में वैकल्पिक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि विगत दिनों में शिमला नगर में पर्यटकों की भयंकर आमद तथा होटलों में शत-प्रतिशत अधिग्रहण के कारण भी पानी आपूर्ति की शिमला शहर व आसपास के क्षेत्रों में बाधा उत्पन्न हुई है।
शहरी विकास मंत्री ने गाद की समस्या को कम करने के लिए परियोजना में स्थापित किए ट्यूब सैटलर के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि इनकी स्थापना से गाद की समस्या कम होगी तथा पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थापित ट्यूब सैटलर का उद्घाटन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हाईटेंशन लाइन पर 2 पेड़ गिरने के कारण बाधित विद्युत आपूर्ति को पुन: संचालन के लिए 18 घंटे लगने के कारण भी पम्प के कार्य की क्षमता में विघ्न पड़ा जिससे आपूर्ति बाधित हुई थी जिसे अब ठीक कर लिया गया है।
सुरेश भारद्वाज ने कहा कि निरंतर जलापूर्ति के लिए नया शेड्यूल जारी किया गया है जिसे अपनाया जाएगा लेकिन फिलवक्त जलापूर्ति शिमला शहर में वैकल्पिक दिनों के आधार पर ही की जाएगी।
जल्द ही नए शेड्यूल के आधार पर आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में पानी की कमी होगी, शिमला जल प्रबंधन निगम मुफ्त उन क्षेत्रों में पानी के टैंक की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा जिसके लिए हेल्पलाइन नम्बर 0177-2658916 पर संपर्क किया जा सकता है।
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