इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)
हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणु (parwanoo) के टिंबर ट्रेल (Timber Trail) होटल में रोपवे में आई तकनीकी खराबी के चलते केबल कार फंस (cable car stuck) गई। केबल कार के बीच में फंस जाने से इसमें बैठे 11 सेलानियों (11 tourists) की सांसें कई घंटे तक अटकी रहीं। इस बीच, रेस्क्यू आपरेशन (rescued) चलाए जाने से सभी 11 लोग सुरक्षित निकाल लिए गए।
प्रशासन और पुलिस की टीम ने 11 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया। जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया, उनमें दिल्ली के प्रवीण गर्ग, उनकी पत्नी कनिका गर्ग, राजेश गर्ग, उनकी पत्नी अंजू गर्ग, आनंद गोयल, उनकी पत्नी डिंपल गोयल, गोपाल गुप्ता, उनकी पत्नी शीतल गुप्ता, मनोज गोयल, उनकी पत्नी रीता गोयल और जींद (हरियाणा) निवासी चिराग गोयल शामिल हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक जब पर्यटक केबल कार से होटल मोक्षा से परवाणु की ओर आ रहे थे तो अचानक केबल कार बीच में ही फंस गई। इससे ट्राली में बैठे 11 लोगों की सांसें हवा में अटक गई।
इसके बाद रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया और सेलानियों को सुरक्षित निकालने का क्रम शुरू हुआ। सबसे पहले महिला सहित 4 लोगों को निकाला गया। इसके बाद अन्य को रेस्क्यू किया गया।
पर्यटकों ने फंसने के बाद खाने और पानी की मांग की तो उन्हें 3 घंटे बाद पानी मिला। उन्होंने जिला इंतजाम को नाकाफी बताते हुए कहा कि यदि प्रशासन के पास स्ट्रैचर होते तो उन्हें एक से डेढ़ घंटे के भीतर रेस्क्यू किया जा सकता था।
पर्यटकों ने बताया कि हवा में केबल कार के अटकने के बाद शुरू के आधे घंटे तक वह होटल टिंबर ट्रेल मैनेजमेंट से बात करते रहे। होटल प्रबंधन से जब कुछ नहीं बना, तब उन्होंने पुलिस और मीडिया से बात की।
परवाणु टिंबर ट्रेल में 13 अक्टूबर, 1992 को भी हादसा हुआ था। उस समय 10 यात्रियों को लेकर जा रही केवल कार अचानक टूट गई और सभी लोग 1,300 फीट की ऊंचाई पर हवा में लटक गए थे। उस दौरान एमआई-17 हेलीकाप्टर से 2 दिन रेस्क्यू आपरेशन चलाया गया था।
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