इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)
पशुधन एवं कुक्कुट विकास बोर्ड हिमाचल प्रदेश की 28वीं बैठक का आयोजन ग्रामीण विकास, पंचायती राज एवं पशुपालन व मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर (Virendra Kanwar) की अध्यक्षता में किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए पशुपालन मंत्री ने कहा कि पशुपालकों के हित में सेक्स सार्टेड वीर्य तृणों पर केंद्रीय प्रायोजित योजना के अंतर्गत 168 लाख रुपए का अनुमानित अनुदान उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी उपमंडलीय पशु चिकित्सा संस्थानों (sub-divisional veterinary institutions) में बीमार पशुओं के उपचार के लिए काऊ लिफ्टिंग मशीन (Cow lifting machines) उपलब्ध करवाई जाएंगी।
इस योजना के अंतर्गत हिमाचल प्रदेश में 125 रुपए का अतिरिक्त अनुदान प्रदान किया जाएगा जिसके उपरांत पशुपालकों को वीर्य तृण 125 रुपए की दर से उपलब्ध करवाए जाएंगे।
विभाग द्वारा प्रदेश में पशुओं में बांझपन की समस्या से निपटने के लिए हर माह बांझपन निवारण शिविर लगाए जाएंगे तथा इनके आयोजन के लिए अतिरिक्त राशि उपलब्ध करवाई जाएगी।
इसके अतिरिक्त, इस तरह के शिविर प्रदेश में चल रहे सभी गौसदनों में भी लगाए जाएंगे।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि जिला मंडी के चौंतड़ा में 216.79 लाख रुपए की लागत से एक हैचरी का निर्माण किया जाएगा जिसमें ब्रायलर तथा कड़कनाथ पक्षियों का पेरेंट स्टाक 75:25 के अनुपात में रखा जाएगा।
इस हैचरी को सोसायटी के रूप में पंजीकृत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 464 लाख रुपए की लागत से सिरमौर जिले के बागथन में पहाड़ी गाय के संरक्षण के लिए एक पशुधन फार्म की स्थापना की जाएगी।
बैठक में सचिव पशुपालन अजय शर्मा, निदेशक पशुपालन प्रदीप शर्मा सहित बोर्ड के सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।
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