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किन्नौर जिला वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त कर दिया जाएगा: आबिद हुसैन

• LAST UPDATED : July 7, 2022

किन्नौर जिला वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त कर दिया जाएगा: आबिद हुसैन

इंडिया न्यूज, Reckong Peo (Himachal Pradesh)

उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक (Abid Hussain) ने कहा है कि किन्नौर जिले (Kinnaur district) को वर्ष 2025 तक पूर्ण रूप से क्षय रोग (tuberculosis) मुक्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले में क्षय रोग निवारण के लिए 6 माहवार लक्ष्य रखा जाना चाहिए तथा इसकी समय-समय पर समीक्षा की जानी चाहिए। तभी हम जिले को वर्ष 2025 तक क्षय रोग मुक्त कर सकते हैं।

जिला क्षय रोग निवारण समिति व जिला क्षय रोग फोरम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी ने कहा कि इसके लिए विभाग को एक सघन जागरूकता अभियान चलाना चाहिए जिसमें पंचायती राज संस्थाओं, गैर-सरकारी संस्थाओं व अन्य का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।

उन्होंने सुझाव दिया कि पंचायत स्तर पर होने वाली ग्राम सभाओं में लोगों को जागरूक करने के लिए विशेषज्ञ भेजे जाने चाहिएं। साथ ही इस दौरान रैंडम आधार पर क्षय रोग से संबंधित सैम्पल भी लिए जाने चाहिएं।

क्षय रोग उन्मूलन संबंधी योजना बताई

इस अवसर पर क्षय रोग विशेषज्ञ डा. सुधीर ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में क्षय रोग उन्मूलन के लिए विभाग द्वारा तैयार की गई योजना की जानकारी दी।

उन्होंने कहा कि हर रविवार को आशा-वर्कर द्वारा अपने-अपने क्षेत्र के गांवों में क्षय रोग के सैम्पल एकत्रित किए जाते हैं तथा रिपोर्ट आने पर यदि किसी व्यक्ति में क्षय रोग के लक्षण पाए जाते हैं तो विभाग द्वारा उन्हें मुफ्त चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है व प्रति रोगी प्रति माह 500 रुपए पोषण संबंधी सहायता के लिए तथा एमडीआर रोगियों को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने तक 2,000 रुपए प्रति माह पोषण संबंधी सहायता के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि जिले में वर्ष 2020-21 में 107 रोगियों का उपचार किया गया।

जिले में 116 टीबी रोगी मिले

डा. सुधीर ने बताया कि वर्ष 2022 में किन्नौर जिले में अब तक 116 टीबी रोगी पाए गए जिनमें सांगला खंड के तहत 51, पूह के तहत 25 व निचार खंड के तहत 40 रोगी शामिल थे।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 तक जिले में 2,818 रोगियों की क्षय रोग जांच का लक्ष्य रखा गया था जिसमें से 31 मई, 2022 तक 2,363 व्यक्तियों की क्षय रोग जांच की जा चुकी है।

उन्होंने कहा कि क्षय रोग को रोकने के लिए सामुदायिक स्क्रीनिंग व संस्थागत स्क्रीनिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। साथ ही ऐसे क्षेत्र जहां गत वर्षों में इस रोग के अधिक मामले सामने आए हैं, वहां पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।

क्षय रोग रोकने संबंधी गतिविधियों की जानकारी दी

इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रोशन लाल ने उपायुक्त एवं अन्य का स्वागत किया तथा विभाग की क्षय रोग को रोकने संबंधी चलाई जा रही गतिविधियों की जानकारी दी।

इस अवसर पर जिला परिषद के सदस्य शांता कुमार व स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक उपस्थित थे।

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