इंडिया न्यूज, Himachal Pradesh: राजधानी शिमला में पानी की राशनिंग के बीच वहां के निवासियों की परेशायिां और भी बढ़ गई है। शहर के दो बड़े स्टोरेज टैंकों रिज और संजौली समेत कई टैंकों से लिए पीने के पानी के सैंपल फेल हो गए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि इन टैंको का पानी पीने लायक नहीं है। बताया जा रहा है कि सबसे बड़े स्टोरेज टैंक रिज और संजौली से लिए गए सैंपल दूसरी बार फेल हुए हैं। इससे पहले 25 अगस्त को इन टैंकों से लिए पानी के सैंपल फेल हुए थे।
रिज और संजौली टैंकों से अभी भी पानी सप्लाई किया जा रहा हैं। आईजीएमसी के विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार, पानी का एमपीएन 23 दशार्या है, इसका मतलब है कि मौजूदा पानी मेंं बैक्टीरिया हो सकते हैं। हालांकि दूसरे सैंपलों में ज्यादातर सैंपल ठीक पाए गए हैं। बताया गया है कि कंपनी ने पहले पानी उबालकर ही पीने की एडवाइजरी जारी की हुई है।
शिमला के कई टैंकों के सैंपल फेल होने के बाद सोमवार को ही कंपनी ने बैठक बुलाई। इस बैठक में जीएम अनिल मेहता, एजीएम सुमित सूद ने पानी के सैंपल पर चर्चा की। इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि एक हफ्ते पहले ही रिज टैंक की अच्छे से सफाई की गई थी। इस स्थिति में रिज टैंक के पानी का सैंपल फेल नहीं होना चाहिए था। ऐसे में कंपनी ने सैंपल लेने के तरीके पर ही सवाल उठा दिए।
कंपनी का कहना है कि किसी भी टैंक के तीन बार सैंपल लिये जाते है और यदि लगातार तीन बार एक टैंक के सैंपल फेल होते हैं तो उसके बाद पानी की सप्लाई बंद कर दी जाती हैं। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि पानी की क्लोरीनेशन सहीं ढंग से की गई हैं ऐसे में गंदे पानी का सवाल नहीं उठता।