इंडिया न्यूज, पालमपुर (Palampur-Himachla Pradesh)
सीएसआईआर- फ्लोरीकल्चर मिशन (CSIR-Floriculture mission) के तहत सीएसआईआर-आईएचबीटी (CSIR-IHBT) द्वारा जिला मंड़ी (mandi district) के गोहर (gohar), बगसियाद (bagsiad), थुनाग (thunag)और जंजैहली (janjhelli), के किसानों (farmers) के लिए एक दिवसीय (one day) ’’लिलियम बल्ब उत्पादन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम’’ (Lilium Bulb Production) आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जिला लाहौल स्पीती (lahul & spiti) के गोंधला गाँव (gondla village) में एमएसएमई स्फूर्ति योजना (MSME SFURTI Yojana) के तहत वित्त पोषित गोंधला कट-फ्लॉवर क्लस्टर (Funded Gondhala Cut-Flower Cluster) के सहयोग से किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंडी जिले के विभिन्न प्रखंडों के 15 किसान शामिल हुए। प्रशिक्षुओं को लिलियम बल्ब उत्पादन के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराया गया, जिसमें स्केलिंग (Scaling), माइक्रो बल्ब उत्पादन (Micro Bulb Production), कोल्ड स्टोरेज (cold storage), ग्रेडिंग (grading)और लिलियम की पैकेजिंग (Packaging of Lilium) शामिल है।
लाहौल (lahul) देश में ऑफ-सीजन लिलियम फूल उत्पादन (off-season lilium flower production) के लिए जाना जाता है। क्लस्टर ने अन्य देशों से आयात (import) को कम करने के लिए लिलियम बल्ब का उत्पादन भी शुरू कर दिया है।
संस्थान ने हिमाचल प्रदेश के विभिन्न जिलों और लद्दाख राज्य में पहली बार लिलीयम की खेती का विस्तार किया है जहां किसान अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं।