इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala-Himachal Pradesh)
राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम (National TB Eradication Program) का लक्ष्य (target) टीबी (tb) के कारण होने वाली मृत्यु दर (death rate) और बीमारी को कम करना और टीबी के संक्रमण (spread of tb) के फैलने से रोकना (stop) है। ये जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला कांगड़ा, डॉ0 गुरुदर्शन गुप्ता (Chief Medical Officer District Kangra, Dr. Gurudarshan Gupta) ने जिला में एक्टिव केस फाइंडिंग टीवी के उन्मूलन (Elimination of Active Case Finding TB) के लिए अभियान के शुभारंभ के अवसर पर दी।
उन्होने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग टीबी के उन्मूलन (Elimination of Active Case Finding TB) के लिए महत्वपूर्ण अभियान (important campaign) है जिसका उद्देश्य टीबी के मरीज को अति शीघ्र ढूंढना और उसका इलाज करना है। जिला कांगड़ा मे एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान आज से आरंभ होगा और समापन 2 अक्टूबर को होगा।
यह अभियान जिला कांगड़ा के 13 स्वास्थ्य खंडों (health block) में चलेगा, जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सारी तैयारियां कर ली हैं। इस अभियान के लिए स्वास्थ्य विभाग ने माइक्रो प्लान (micro plan) तैयार कर लिया है।
उन्होंने कहा कि इस अभियान मे स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर संभावित टीबी के लक्षणों (symptom) वाले व्यक्तियों की पहचान की जाएगी तथा उनका बलगम जांच के लिए लैब (sputum test in lab) में भेजेगी। इस अभियान में जिला कांगड़ा के अंदर 1824 टीमों (teams) का गठन किया है, जोकि जिला कांगड़ा में 16 लाख आबादी (population) को कबर करेगी। इस अभियान में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (health worker) की टीम हर एक घर का दौरा करेंगी और स्क्रीनिंग (screening)कर संभावित टीबी के रोगी की बलगम जांच सुनिश्चित करेगी। इस के साथ जिला कांगड़ा के हर क्षेत्र में स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा टीबी रोग के लिए जन जागरण जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
इस अभियान में हाई रिस्क पापुलेशन की प्राथमिकता के आधार पर टीवी के लिए स्क्रीनिंग की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने जिला कांगड़ा की जनता से यह अपील की वह इस अभियान में अपना योगदान देकर को सफल बनाएं, ताकि जिला कांगड़ा को टीबी रोग मुक्त किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा में 43 स्वास्थ्य केंद्रों पर बलगम की जांच (sputum test in lab)मुफ्त में की जाती है, जिला कांगड़ा में बिगड़ी हुई टीबी की जांच के लिए 16 अत्याधुनिक मशीनें (modern machines) जिला में अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध है।