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चांजु क्षेत्र की जल विद्युत परियोजनाओं के प्रभावों पर आधारित शोध पत्र प्रकाशित

• LAST UPDATED : September 27, 2022

चांजु क्षेत्र की जल विद्युत परियोजनाओं के प्रभावों पर आधारित शोध पत्र प्रकाशित

  • वन्य जीव जंतुओं व स्थानीय वनस्पतियों और पर्यटन विकास संभावनाओं को किया गया शामिल
  • जितेंद्र जनरोटिया, धीरज ठाकुर, शिवानी अबरोल ने प्रस्तुत किया शोध पत्र
  • जॉग्राफिकल सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश के तत्वावधान में आयोजित हुआ राष्ट्रीय सेमिनार

इंडिया न्यूज, चंबा(Chamba-Himachal Pradesh)

चुराह घाटी (churah valley) के चांजु क्षेत्र (chanju area) में निर्माणाधीन विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं (hydro project) से वन्य जीव जंतुओं (wild animals) व स्थानीय वनस्पतियों (local flora) पर हो रहे प्रभावों (impact) के मूल्यांकन (valuation)और पर्यटन विकास की बेहतर संभावनाओं (Better prospects for tourism development) पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चम्बा के प्रधानचार्य जितेंद्र जनरोटिया (Jitendra Janrotia, Principal of Government Senior Secondary School, Chamba) व प्रवक्ता भूगोल धीरज सिंह ठाकुर (lecturer Geography Dheeraj Singh Thakur) और उत्कृष्ठ महाविद्यालय चम्बा से भूगोल की सह-आचार्य शिवानी अबरोल (Shivani Abrol, Associate Professor of Geography from the College of Excellence, Chamba) के शोध पत्र (research paper) को राष्ट्रीय सेमिनार की शोध पत्रिका (Research Journal of National Seminar) में प्रकाशित (published) किया गया है।

गौरतलब है कि ज्योग्राफिकल सोसाइटी ऑफ हिमाचल प्रदेश (Geographical Society of Himachal Pradesh) के तत्वावधान में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 23 व 24 सिंतबर को भूगोल, विकास और जन नीति विषय पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया।

राष्ट्रीय सेमिनार में जिला के तीन शिक्षकों जितेंद्र जनरोटिया, धीरज सिंह ठाकुर और शिवानी अबरोल ने राष्ट्रीय स्थिरता के साथ शहरीकरण व पर्यावरण क्षरण-एक मूल्यांकन से संबंधित विषयों पर आधारित चांजु क्षेत्र में निर्माणाधीन विभिन्न जल विद्युत परियोजनाओं से वन्य जीव जंतुओं व स्थानीय वनस्पतियों पर हो रहे प्रभावों के मूल्यांकन और पर्यटन विकास की बेहतर संभावनाओं पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए।

राष्ट्रीय सेमिनार में 18 राज्यों के 242 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। इस दौरान 192 के करीब शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।

उप निदेशक उच्च शिक्षा प्यार सिंह चाढ़क और प्राचार्य उत्कृष्ट राजकीय महाविद्यालय चंबा डॉ0 शिव दयाल शर्मा ने इन्हें शुभकामनाएं और हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा है कि आकांक्षी जिला में शिक्षा व अनुसंधान के इस तरह के शैक्षणिक कदमों से शिक्षा में गुणवत्ता को बनाये रखने में भूमिका अहम है। शिक्षा व अनुसन्धान में विद्यार्थियों को इसका सकारात्मक लाभ मिलेगा।

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