इंडिया न्यूज, शिमला, (Including Koksar Village Of Himachal) : हिमाचल के कोकसर गांव सहित लाहौल के रिहायशी इलाकों में बर्फबारी हो रही है। प्रदेश की राजधानी शिमला सहित अन्य जगहों पर बारिश होने से ठंड ने दस्तक दे दी है। वहीं, चोटियों पर बर्फ जम गई है। इस सर्दी के सीजन में कोकसर गांव के साथ लाहौल के रिहायशी इलाकों में पहली बर्फबारी दर्ज की गई है। वहीं, रोहतांग दर्रा, बारालाचा, घेपन पीक, नीलकंठ, कुगती जोत, लेडी आॅफ केलांग आदि चोटियों पर बर्फबारी हुई है।
स्पीति में भी बर्फ के फाहे गिरे हैं। अक्टूबर माह के दूसरे पखवाड़े में ऊंची चोटियों पर हुई बर्फबारी से घाटी में ठंड ने दस्तक दे दी है। लोगों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े निकाल लिए हैं। धौलाधार की पहाड़ियों पर भी बर्फबारी दर्ज की गई है। उधर, मंगलवार सुबह तक प्रदेश में 43 सड़कें यातायात के लिए बाधित रहीं।
जबकि 445 बिजली ट्रांसफार्मर भी बाधित चल रहे हैं। मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग तीन दारचा तक सभी प्रकार के वाहनों के लिए खुला है। जबकि दारचा-सरचू (बारालाचा पास) राष्ट्रीय राजमार्ग अभी वाहनों की आवाजाही के लिए बंद है। दारचा-शिंकुला भी यातायात के लिए बंद कर दिए गए है। कोकसर-लोसर काजा राजमार्ग वाहनों के लिए बंद है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश में 13 अक्टूबर तक मौसम खराब रहेगी। 14 अक्टूबर से मौसम के साफ रहने के आसार हैं। वहीं आज प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। शिमला में न्यूनतम तापमान 9.4, सुंदरनगर 14.5, भुंतर 13.9, कल्पा 6.4, धर्मशाला 12.2, ऊना 16.6, नाहन 17.2, केलांग 3.0, पालमपुर 14.0, सोलन 13.5, मनाली 10.4, कांगड़ा 15.8, मंडी 14.8, बिलासपुर 18.0, हमीरपुर 16.1, चंबा 15.4, डलहौजी 9.0, कुफरी 7.6, कोटखाई 11.1, रिकांगपिओ 10.8 और पांवटा साहिब में 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
धर्मशाला 81.3, गुलेर 81.5, राजगढ़ और गोहर 80-80, सोलन 61, नगरोटा सूरियां 55, कसौली 52, कोटखाई 48, कुमारसेन 46, नारकंडा 45, नयनादेवी 44, अर्की 42, गगल 41, सुंदरनगर 40, बंजार व जोगिंद्रनगर 38-38, रेणुका व ऊना 37-37, कसौली 36, पंडोह35, चौपाल 34, मंडी 31 और कुफरी में 30 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
वहीं, बारिश से ढालपुर में देवी-देवताओं के अस्थायी शिविरों में पानी घुस गया। ऐसे में कई देवलुओं को रात भर टेंटों में दुबककर रहना पड़ा है। जिससे इनकी हालत खराब हो गई है। बारिश के चलते ढालपुर का मैदान दलदल बन गया है। कीचड़ के चलते रथयात्रा में भी परेशानी हो सकती है। बारिश के चलते दशहरा की छठी सांस्कृतिक संध्या को 12 बजे के बजाय 11.30 बजे ही बंद करनी पड़ी।