इंडिया न्यूज, शिमला, (Because Of The Code Of Conduct) : आचार संहिता लगने के कारण बड़े प्रोजेक्ट लटक गए है। लोगों को पानी योजना के लिए भी इंतजार करना होगा। गौरतलब है कि चुनाव आचार संहिता लगने के साथ ही शहर के कई विकास कार्यों का शिलान्यास नहीं हो सका हैं। यलो लाइन पार्किंग के साथ 24 घंटे पानी की आपूर्ति के काम चुनाव आचार संहिता लगने के कारण लटक सकते हैं।
नगर निगम शिमला ने यलो लाइन पार्किंग की महत्वकांक्षी योजना के लिए आवेदन लेना शुरू किया था, लेकिन अब आचार संहिता लागू होने के बाद इसका आवंटन किया जा सकेगा या नहीं, इसको लेकर नगर निगम प्रशासन के नियमों को खंगालना पड़ेगा। यदि आचार संहिता के दौरान इसका आवंटन नहीं किया जा सकता तो विशेष अनुमति लेकर इसका आवंटन करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
आचार संहिता के कारण शहर को 24 घंटे पानी देने के प्रोजेक्ट का शिलान्यास भी लटक गया है। इसके शिलान्यास की पूरी तैयारी कर ली गई थी, लेकिन शिलान्यास होने से पहले ही आचार संहिता लागू हो गई। इसका टेंडर करने के लिए निदेशक मंडल (बीओडी) से स्वीकृति भी ली जा चुकी थी। अब इसका शिलान्यास किया जाना था।
चुनाव आयोग की अनुमति के बाद ही इसके टेंडर की पूरी प्रक्रिया करके काम को शुरू किया जा सकेगा। इसके साथ ही शिलान्यास के लिए की हुई तैयारियां भी रूक गई हैं। हालांकि इसका काम शिमला जल प्रबंधन निगम की ओर किया जा रहा है। अब आयोग की अनुमति के बाद ही इसका काम आगे बढ़ सकेगा।
नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त बीआर शर्मा ने बताया कि यदि ऐसी जरूरत पड़ी तो नियमानुसार यलो लाइन पार्किंग के आवेदन के काम के लिए आयोग की अनुमति मांगी जाएगी।
राजधानी में कई प्रोजेक्ट अभी तक अधर में लटके हैं। इनके टेंडर हो गए हैं, लेकिन काम शुरू नहीं हो पाया है। इससे शहर में इन कार्यों को शुरू करने के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा। इन सभी कार्यों को आचार संहिता के बाद ही शुरू किया जा सकेगा।
सबसे ज्यादा नुकसान उन स्थानों पर होगा जहां पर बरसात से नुकसान हुआ होगा, वहां पर काम अभी तक शुरू नहीं हो सका है। ऐसे सभी स्थानों पर लोगों को घर के आगे ओर नुकसान की आशंका सताएगी।