इंडिया न्यूज, पालमपुर (Palampur-Himachal Pradesh)
पहली पहली जोरिनमाविया इंटर सर्विसेज एक्स-कंट्री चैपियनशिप पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिता का आज समापन हो गया। समापन कार्यक्रम में नॉर्थरन कमांड के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जरनल उपेंद्र द्विवेदी ने इस कार्यक्रम बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।
इस दौरान प्रतिभागी पायलट्स व एक्रोबेट पैराग्लाईडर पायलट ने अपनी प्रतिभा का जोहर दिखाए। इस दौरान एक्रो पायलट्स द्वारा आसमान में अठखेलियाँ करते हुए दर्शको को रौमांचित किया।
इस दौरान मुख्यातिथि ने कहा कि सेना के जवानों की प्रत्येक दिनचर्या किसी एडवेंचर से कम नहीं है मगर बीड़-बिलिंग घाटी में चल रही साहस और रोमांच की इस प्रतियोगिता से जवानों को निश्चित तौर पर फायदा होगा।
उन्होंने कहा कि दाह डिवीजन आर्मी एडवेंचर स्पोर्ट्स और अल्हिलाल स्थित 166 आर्टिलरी रेजिमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की जा रही इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे पैराग्लाइडर पायलट प्रतियोगिता के बहाने दक्षता और निपुणता का कौशल दिखाया है।
उन्होंने कहा कि बीड़ बिलिंग घाटी पैराग्लाइडिंग के लिए विश्व की दूसरी बड़ी साइट है, जहां दुनियाभर के पायलट अपना कौशल बढ़ाने के लिए आते हैं। यह घाटी पायलटों को पैराग्लाइडिंग कौशल और नियंत्रण क्षमताओं का प्रदर्शन तथा प्रशिक्षण करने के लिए उत्कृष्ट स्थान प्रदान करती है। साथ में उन्होने कहा कि इस प्रतियोगिता से सैनिकों को पहाडों की दूसरी ओर क्या हो रहा उसमें भी फायदा होगा।
इस दौरान केंद्रीय स्कूल अल्हिलाल के बच्चों व धौलाधार सांस्कृतिक क्लब धर्मशाला द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
उन्होने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया।
इस प्रतियोगिता में भारतीय सेना की टीम ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
भारतीय सेना के हवलदार सुनील कुमार 14 डोगरा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि नायक भींदर कुमार, एमसच कारगील ने द्वितीय स्थान व सुबेदार रोस कुमार गुरूंग, 58 गोरखा टेªनिग सैंटर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।