इंडिया न्यूज, धर्मशाला(Dharamshala-Himachal Pradesh)
भाजपा द्वारा जारी किए गए संकल्प पत्र से यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा की नीति और नीयत क्या है और हिमाचल को लेकर भाजपा की कल्पना क्या है। ये शब्द केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने सोमवार को धर्मशाला में प्रेसवार्ता में कहे।
उन्होने कहा कि हिमाचल प्रदेश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के भाजपा के चुनावी वादे का उद्देश्य ध्रुवीकरण नहीं है।
यूसीसी पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोप को खारिज करते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि भाजपा ध्रुवीकरण के लिए यूसीसी की बात नहीं कर रही है। भाजपा ने पूरे देश में यूसीसी लगाने की घोषणा की है।
जितेंद्र सिंह ने कहा कि हिमाचल में यूसीसी क्यों लगाया जा रहा है क्योंकि यहां की 95 फीसदी आबादी हिंदू है, तो इसका मतलब है कि कांग्रेस नहीं चाहती कि यह कानून देश में लागू हो। उन्होंने कहा कि जब हिमाचल में ध्रुवीकरण की कोई गुंजाइश नहीं है और फिर भी भाजपा यहां यूसीसी लागू करना चाहती है तो यह दर्शाता है कि हम इसे ध्रुवीकरण के लिए नहीं थोपना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि जहां कांग्रेस सरकार ने परिवारवाद की चिंता की, वहीं भाजपा ने इस घोषणा पत्र के माध्यम से समाज के उन वर्गों की तरफ ध्यान देने का प्रयास किया है जो कहीं न कहीं कांग्रेस सरकारों की प्राथमिकता से छूट गए हैं।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां वर्ष 2014 के बाद नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद जहां विभिन्न योजनाएं अन्य प्रदेशों में तीव्र गति के साथ आगे बढ़ी, वहीं हिमाचल में कांग्रेस सरकार होने के चलते इन योजनाओं को धरातल पर उतारने में देरी हुई।
उन्होंने कहा कि देश के विकास में हिमालयन प्रदेशों का अहम रोल रहने वाला है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पहाड़ी प्रदेशों के विकास की और कोई ध्यान नही दिया।