इंडिया न्यूज, धर्मशाला (Dharamshala-Himachal Pradesh)
तिब्बतियों के सर्वोच्च आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा को 10 दिसंबर 1989 को मिले नोबेल शांति पुरस्कार के उपल्क्षय में आयोजित किया जाने वाला 27वां अंतरराष्ट्रीय हिमालयन फेस्टिवल 10 से 12 दिसंबर तक मैक्लोडगंज में आयोजित किया जाएगा। ये जानकारी इंडो तिब्बतियन फ्रेंडशिप एसोसिएशन के एग्जीक्यूटिव मेंबर संजीव गांधी ने दी।
गौरबतलव है कि अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन फेस्टिवल उत्सव अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भारतीयों और तिब्बतियों के बीच दोस्ती की शुरुआत को चिह्नित करता है।
साल 1995 में इंडो तिब्बतियन फ्रेंडशिप एसोसिएशन का गठन करके इस फेस्टिवल की शुरुआत की गई थी।
उन्होने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन फेस्टिवल दिसंबर के महीने में आयोजित होने वाला 3 दिवसीय उत्सव है।
इस उत्सव के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
अपनी समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन निश्चित रूप से इस त्योहार के दौरान पर्यटकों को बांधे रखता है।
अंतर्राष्ट्रीय हिमालयन फेस्टिवल इस क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है, जो शांति का संदेश फैलाने के लिए आयोजित किया जाता है। चूंकि यह दलाई लामा के सम्मान में मनाया जाता है, जिसका अंतिम आदर्श वाक्य शांति और प्रेम है।
इस उत्सव को दुनियाभर में शांति और प्रेम की प्रार्थना के साथ मनाया जाता है।
यह त्योहार आमतौर पर केंद्रीय तिब्बती प्रशासन, भारत-तिब्बत फ्रेंडशिप एसोसिएशन द्वारा प्रायोजित है।
इन 3 दिनों के दौरान, हिमाचल प्रदेश राज्य के विभिन्न जनजातियों और समुदायों द्वारा किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों के सामंजस्यपूर्ण मिश्रण का गवाह बनता है।