इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: जानवरों में सबसे वफादार जानवर कुत्ते को माना जाता है। लोग अपने घरों पर सुरक्षा के लिए कुत्तों को तैनात करते हैं, क्योंकि कुत्ता काफी ईमानदार और भरोसेमंद जानवर होता है। कुत्तों में इंसान से ज्यादा वफादारी देखी जाती है। तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा की सुरक्षा में तैनात लेब्राडोर डूका सात फरवरी को रिटायर हो गया। डूका को 12 साल पहले दलाई लामा की सुरक्षा के लिए मेरठ के आर्मी सेंटर से लाया गया था। तभी से डूका दलाई लामा की सेवा में लगा था।
धर्मशाला पुलिस ने 7 फरवरी को डूका की नीलामी तय की थी, लेकिन यह नीलामी प्रक्रिया पूरी न होने से नीलामी नहीं हो सकी। इसके बाद 10 फरवरी को डूका की नीलामी हुई और उसे उसका नया मालिक मिल गया। डूका का शुरूआती कीमत 500 रुपए तय की गई थी। धर्मशाला के रहने वाले अजय कुमार ने 1 हजार 550 रुपए में डूका को खरीद लिया। 13 साल पहले डूका की कीमत एक लाख 23 हजार थी।
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डूका को साल 2010 में मेरठ के आर्मी सेंटर से खरीदा गया था। डूका की नीलामी में पांच लोगों ने हिस्सा लिया था, जिनमें अजय कुमार ने डूका को खरीदा। जब डूका को लाया गया था तब उसकी उम्र सात महीने थी। डूका सुबह एक अंडे के साथ 200 ग्राम दूध और रोटी खाता है। शाम को खाने के लिए डूका को 400 ग्राम मटन और तीन सौ ग्राम सब्जी दी जाती है। अब डूका की उम्र 13 साल हो गई है। अब उसे कम सुनाई देता है।
दुनिया भर में लैब्राडोर नस्ल को सबसे अधिक पसंद किया जाता है, क्योंकि ईमानदारी के मामले में ये सबसे वफादार होते हैं। लैब्राडोर अपनी बुद्धिमत्ता के चलते आम लोगों में काफी लोकप्रिय हैं। घरों में पालने के लिए लैब्राडोर काफी योग्य और बेहतरीन नस्ल है, जो हर जगह अपनी वफादारी को साबित करने की काबिलियत रखते हैं। उन्हें चाहे पालतू कुत्ते के रूप में रखा जाए या सुरक्षा विभागों में हर जगह अपनी वफादारी दिखाने में आगे रहते हैं।
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