इंडिया न्यूज, हिमाचल प्रदेश: आज के समय में स्वास्थ्य को अच्छा बनाए रखना बहुत मुश्किल भरा काम हो सकता है। खास कर ठंडियों में लोगों को जलन या दर्द का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी छोटी सी लापरवाही स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। आए दिन पैरों में जलन दर्द और सूजन जैसी समस्या देखी जा रही है। कभी- कभी यह दर्द धीरे-धीरे शुरू होती है और लोग इसे नज़रअंदाज करते रहते है। एक दिन यही समस्या ज्यादा बढ़ जाती है और लोगों को परेशान कर देती है। इस पर समय पर ध्यान न दिया जाए तो गंभीर बीमारी भी हो सकती है। दरअसल, पैरों में जलन का कारण डायबिटीज हो सकता है।
हालांकि,पैरों में जलन कई दूसरी स्थितियों की वजह से भी हो सकती है। आप अपने पैरों में गर्म चुभन, झुनझुनी या सुन्न महसूस कर सकते हैं। पैरों में जलन की समस्या कई प्रकार के इंफेक्शन की वजह से भी हो सकती है। अगर आपके पैरों में किसी भी प्रकार का इंफेक्शन हो गया हो तो उसका समय रहते इलाज करा लेना चाहिए। इलाज न होने से शरीर के दूसरे दिक्कत अंगों में दिक्कत हो सकती है। इंफेक्शन होने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
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शरीर में थायरॉइड की मात्रा के बढ़ाने या घटने पर भी जलन की समस्या पैदा हो सकती है। थायरॉइड की वजह से ही शरीर में हार्मोन का संतुलन प्रभावित होता है। थायरॉइड बढ़ने से शरीर में सूजन आ जाता है, जिसके कारण नसों में दबाव होने लगता है और पैरों में जलन होने लगती है। साथ ही रह-रहकर दर्द भी होता है। इसलिए समय रहते अपने थायरॉइड को चेक करा लेना चाहिए क्योंकि इसके बढ़ने से शरीर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
शरीर में पोषक तत्वों और विटामिन की कमी से विभिन्न प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है साथ ही पैरों में दर्द और जलन हो सकती है। पैरों में हमेशा कपकपी और झुनझुनी महसूस होती है। शरीर में विटामिन बी 12, विटामिन बी-6 या विटामिन बी-9 की कमी से लोग ऐसी समस्याओं से ज्यादा पीड़ित होते हैं। विटामिन-बी की कमी से पैरों में जलन और मांसपेशिया कमजोर होने लगती हैं। इसके लिए लोगों को डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए और समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए।
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