Dharamshala G-20: देश के लिए ये गौरव की बात है कि भारत को पहली बार G-20 की अध्यक्षता करने का मौका मिला है। इस मौके पर खरा उतरने के लिए G-20 की 200 बैठकें देश के अलग-अलग राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में की होनी हैं। अब बैठकों के लिए राज्यों की इ़स कड़ी में हिमाचल का नाम भी जुड़ने जा रहा है। हिमाचल में 19-20 अप्रैल को G-20 की बैठक होने जा रही है। G-20 की बैठक का आयोजन धर्मशाला में किया जाएगा। जिसमे विज्ञान, प्रौद्योगिकी विभाग, इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड और नवाचार से जुड़े लोग शामिल होंगे। बैठक में भारत सहित दुनिया भर से करीब 70 प्रतिनिधि भाग लेंगे।
हिमाचल के धर्मशाला में होने जा रही G-20 की बैठक की समीक्षा करने के लिए विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव एल रमेश बाबू जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचे। इस मौके पर एल रमेश बाबू ने कहा कि समूचे भारत के लिए यह गौरव का विषय है कि दिसंबर 2022 से G-20 देशों की अध्यक्षता करने की जिम्मेदारी भारत को मिली है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला में होने वाली इस बैठक में दुनिया भर से आने वाले करीब 70 प्रतिनिधियों को हिमाचल प्रदेश की पहचान से जुड़े प्रतीकों से अवगत करवाया जाएगा।
बता दें कि, G-20 युरोपियन युनियन के साथ 20 प्रमुख देशों का संगठन है। इस संगठन की शुरूआत 1999 में की गई। जिसका पहला सम्मेलन जर्मनी में हुआ था। दुनिया भर में 2008 के बाद जब आर्थिक मंदी आई तो इस संगठन की बैठकों का आयोजन हर वर्ष करने का निर्णय किया गया। इस वर्ष भारत पहली बार G-20 की अध्यक्षता कर रहा है। G-20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, यूरोपियन यूनियन, फ्राँस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, कोरिया गणराज्य, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।