इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश सरकार कर्मचारी चयन आयोग हमीरपुर को भंग कर चुकी है। कर्मचारी चयन आयोग में बीते तीन सालों में लगभग 300 परीक्षाएं हुई हैं। परीक्षा में गड़बड़ी की खबर मिलने के बाद विजिलेंस इन सभी परीक्षाओं की जांच शुरू कर दी है। विजिलेंस आयोग में तैनात 55 अधिकारियों व कर्मचारियों से भी परीक्षाओं को लेकर पूछताछ करेगी। जेओए आईटी पेपर लीक मामले में विजिलेंस ने जांच तेज कर दी है। जांच के बाद विजिलेंस रिपोर्ट को प्रदेश सरकार के पास भेजेगी।
प्रदेश में जेओए आईटी के साथ कला अध्यापक और जूनियर ऑडिटर की भर्ती परीक्षा का भी पेपर लीक हुआ है। विजिलेंस जैसे-जैसे जांच को आगे बढ़ा रही है वैसे-वैसे पेपर लीक की कड़ियां आगे जुड़ती जा रही है। धीरे-धीरे अन्य परीक्षाओं में भी गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। विजिलेंस का कहना है कि यह काम एक-दो साल से नहीं बल्कि कई सालों से हो रहा है। जेओए पेपर लीक मामले में आठ लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
कर्मचारी चयन आयोग की तरफ से 25 दिसंबर, 2022 को पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी की भर्ती परीक्षा कराई गई थी, जिसका पेपर लीक हो गया था। जिसके बाद विजिलेंस ने पेपर लीक मामले को लेकर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान नए-नए खुलासे हो रहे हैं। वरिष्ठ सहायक उमा आजाद को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद से विजिलेंस मे जांच को तेज कर दिया है। जांच के बाद रिपोर्ट को सरकार के सामने पेश किया जाएगा।
इसे भी पढ़े- हिमाचल में कर्मचारी चयन आयोग की कला अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर हुआ लीक