इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में स्कूलों में शिक्षा बोर्ड तीसरी कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई शुरू करने जा रहा है। इसके बोर्ड ने संस्कृत विषय की किताब को भी छपवाकर स्कूलों में भेज दी है। लेकिन प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने इस किताब को पढ़ाने से इनकार कर दिया है। शैक्षणिक सत्र 2023-2024 से तीसरी कक्षा से संस्कृत की पढ़ाई शुरू करने के लिए प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने अनभिज्ञता जताई है। इन दिनों प्रारंभिक शिक्षा हिमाचल प्रदेश के निदेशक घनश्याम चंद जिला कांगड़ा के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कांगड़ा जिले के कई स्कूलों का दौरा कर बीईईओ और सीएचटी के साथ बैठक भी की।
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के निदेशक घनश्याम चंद ने कांगड़ा जिले के स्कूलों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एक बैठक भी की। बैठक के बाद उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक कांगड़ा के कार्यालय में तीसरी कक्षा से पढ़ाई शुरू किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रदेश के स्कूलों तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय की पढ़ाई शुरू करने के संदर्भ में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। निदेशक ने कहा कि सुना जरूर हूं कि तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय की पढ़ाई शुरू की जाएगी, लेकिन इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की कोई योजना नहीं है।
हिमाचल प्रदेश शिक्षा बोर्ड ने प्रदेश के स्कूलों में संस्कृत विषय की पढ़ाई शुरू करने के लिए सुधा नाम की किताब को प्रिंट करवाकर प्रदेश के स्कूलों में भेज दिया। शिक्षा बोर्ड के अनुसार तीसरी से पांचवी तक संस्कृत की एक ही विषय होगी। तीसरी और चौथी कक्षा में इस विषय को सिर्फ पढ़ाया जाएगा और इस विषय की परीक्षा पांचवी कक्षा में होगी। लेकिन प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय की अनभिज्ञता के चलते विषय को शुरू करने की उम्मीदों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
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