इंडिया न्यूज़, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में हाल ही में कुछ पर्यटकों की तरफ से हुड़दंग किया गया था। यह हुड़दंग प्रदेश के बिलासपुर, मनाली और धार्मिक स्थल मणिकर्ण में हुई। इस घटना के बाद प्रदेश हाईकोर्ट सख्त हो गया है। हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की कार्यकारी चीफ जस्टिस सबीना और जस्टिस सत्येन वैद्य की डिवीजन बेंच ने प्रदेश के कुछ हिस्सों में हुए हुड़दंग को लेकर प्रदेश सरकार को जवाब तलब किया है। हिमाचल हाईकोर्ट ने प्रदेश के मुख्य सचिव, गृह विभाग के प्रमुख सचिव, प्रदेश पुलिस महानिदेशक, डीसी कुल्लू, डीसी बिलासपुर, एसपी कुल्लू और एसपी बिलासपुर से जवाब मांगा है। कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट दखिल करने के लिए 13 मार्च तक का समय दिया है। इसी दिन मामले की सुनवाई भी होगी।
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने जनहित याचिका को संज्ञान में लेते हुए सरकार से जवाब तलब किया है। बीते दिनों मनाली, बिलासपुर और मणिकर्ण में पंजाब से आए पर्यटकों ने जमकर हुड़दंग किया था। पर्यटकों ने स्थानीय लोगों के साथ मारपीट भी गई और उनके खरों के दरवाजे, खिड़कियों के साथ भी तोड़फोड़ की। इस खबर को हर चैनलों ने प्रमुखता से दिखाया, जिसके बाद प्रदेश हाईकोर्ट ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए प्रदेश सरकार को तलब किया है।
पर्यटकों ने ग्रीन टैक्स बैरियर के पास करीब 100 मोटरसाइकिल चालकों बैरियर के पास माहौल को खराब किया। यहां पर खालिस्तान के नारे लगाए गए और खालिस्तान के झंडे लहराए गए। वहीं धार्मिक स्थल मणिकर्ण में दंगों जैसे हालात हो गए थे। इलाकों में जमकर तोड़फोड़ की गई साथ ही खरों और गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया। इन्हीं हुड़दंगों को देखते हुए हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने प्रदेश सरकार को जवाब तलब किया है।