New Study on corona virus: देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। इस बीच एक अध्ययन में दावा किया गया है कि पॉली-हर्बल आयुर्वेदिक दवा आयुष -64 कोरोना के संक्रमण को काबू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने आयुष 64 को कोरोना संक्रमण प्रबंधन के लिए बेहतर बताया है। प्लस वन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि इस दवा के उपयोग से अस्पताल में भर्ती होने वाले रोगियों की संख्या में कमी आई है और रोगियों के स्वास्थ्य में भी सुधार देखा जा रहा है।
पुणे स्थित सीएसआईआर के सेंट्रल काउंसिल ऑफ रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) के डॉ. अरविंद चोपड़ा ने बताया कि जब साल 2020 में कोरोना की पहली लहर चल रही थी तो उसी दौरान कोरोना से संक्रमित मरीजों को लेकर एक अध्ययन किया गया जिसमें 140 मरीजों का उपचार आयुष 64 दवा से किया गया था, जिसका सकारात्मक प्रभाव देखा गया।
डॅा. चोपड़ा ने बताया कि इस अध्ययन ने आयुर्वेदिक के प्रति गलत मानसिकता रखने वालों को सीख दिया है। अध्ययन से इस बात का खंडन हो जाता है जिसमें कहा जाता था कि आयुर्वेदिक दवाएं पुरानी चिकित्सा विकारों के लिए शायद प्रभावी नहीं हैं और तीव्र संक्रमण में काम नहीं कर सकती हैं जबकि अध्ययन में देखा गया कि किसी भी मरीज स्थिति गंभीर नहीं हुई।
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