Himachal paper leak: हिमाचल प्रदेश में कई परीक्षाओं के पेपर लीक होने की शिकायतों के बीच विजिलेंस ने पेपर लीक मामले को लेकर जांच शुरू की थी। जांच के दौरान पाया गया कि पेपर लीक में कर्मचारी चयन आयोग के कई कर्मचारी भी शामिल थे। पेपर लीक मामला सामने आने के बाद कर्मचारी चयन आयोग को भंग कर दिया था। आयोग के पूर्व सचिव डॉ. जितेंद्र कंवर को विशेष जांच टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। डॅा. जितेंद्र को मंगलवार को पूछताछ के लिए हमीरपुर विजिलेंस बुलाया गया था। पूछताछ के बाद जितेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया।
कर्मचारी चयन आयोग के सचिव डॅा. जितेंद्र कंवर को पेपर लीक मामले गिरफ्तार किया गया है। पूर्व सचिव को बुधवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। दूसरी ओर परिवहन विभाग से निलंबित ट्रैफिक इंस्पेक्टर रवि कुमार को हमीरपुर न्यायालय में पेश किया था, जिसके बाद उन्हें 13 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पोस्ट कोड 819 ट्रैफिक इंस्पेक्टर पेपर लीक मामले में एसआईटी ने 30 मार्च को हमीरपुर के घनाल गांव स्थित आरोपी रवि को उसके घर से गिरफ्तार किया था।
पोस्ट कोड 965 जेओए आईटी पेपर लीक मामले में आरोपी दलाल संजीव कुमार, मुख्य आरोपी उमा आजाद के छोटे बेटे निखिल आजाद और घर पर काम करने वाले नौकर नीरज कुमार के आवाज के सैंपल एकत्रित करने के लिए एसआईटी ने कोर्ट में अर्जी की थी, जिसके बाद हमीरपुर न्यायालय ने एसआईटी की अर्जी को स्वीकार करते हुए सैंपल लेने की अनुमति दे दी है। अब एसआईटी आवाज का सैंपल लेने के लिए इन तीनों आरोपियों को मंडी स्थित फोरेंसिक साइंस लैब लेकर जाएगी।
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