India News (इंडिया न्यूज़) Politics: 10 मई को होने वाले कर्नाटक चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच बजरंगदल पर छीड़ा जुमानी हंगामा अब हिमाचल प्रदेश तक आ पहुंचा है। कांग्रेस के द्वारा बजरंगदल की तुलना पीएफआई से किए जाने के संबंध में विश्व हिन्दू परिषद के प्रदेश सह मंत्री अधिवक्ता तुषार डोगरा ने बिलासपुर में मीडिया को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कर्नाटक चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी करते समय जिस प्रकार एक प्रखर राष्ट्रभक्त संगठन बजरंग दल की तुलना कुख्यात राष्ट्र विरोधी, आतंकवादी और प्रतिबंधित संगठन के साथ की है वह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता देश के लिए समर्पित है। वहीं, पीएफआई की गतिविधियों से पूरी दुनिया परिचित है।
तुषार डोगरा ने कहा कि हां! जहां जहां भी पीएफआई के लोग सर तन से जुदा गैंग के रूप में खड़े हुए और कांग्रेस की सरकारों ने उनका समर्थन किया वहां, बजरंग दल के कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके का प्रयोग करके उसके आतंक को समाप्त करने में लगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और पी एफ आई का जिस प्रकार गठबंधन रहा है यह स्वाभाविक है। इन सब बातों के कारण से बजरंग दल कांग्रेस की आंखों की किरकिरी बना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की जनता को धोखा नहीं दे सकती ! जिस प्रकार से तुमने कोशिश की है बजरंग दल को एक गलत तरीके से बदनाम करने की, देश की जनता इसको स्वीकार नहीं करेगी। बजरंग दल का एक-एक कार्यकर्ता इसको चुनौती के रूप में ले रहा है।
तुषार डोगरा ने चेताया कि हम राजनीति में नहीं पड़ा करते लेकिन, आप हम को राजनीति में घसीटना चाहती हैं तो हम उस क्षेत्र में भी आपको जवाब देना चाहेंगे। किसी प्रकार से आपके गलत मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे। आप बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात करती है। वहीं, आप भूल गईं की आप ही ने संसद के अंदर सिमी पर प्रतिबंध का विरोध किया था। आप ही के लोगों ने सिमी जैसे देशद्रोही संगठन के प्रतिबन्ध का विरोध करते समय सड़कों पर प्रदर्शन किए थे। आप बजरंग दल की बात करती हैं तो आपका छुपा हिन्दू द्रोही एजेंडा खुलकर सामने आ गया है। बजरंग दल और देश की जनता इस चुनौती को स्वीकार करते हैं और इसका हर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया जाएगा।