India news (इंडिया न्यूज़), Himachal politics, हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में नगर निगम शिमला चुनाव के बाद मेयर पद को लेकर राजनीति तेज हो गई है। वहीं प्रदेश के छोटा शिमला वार्ड के पूर्व पार्षद व नवनिर्वाचित पार्षद सुरेंद्र चौहान ने कहा कि वे पिछले 10 वर्ष से छोटा शिमला विकासनगर में बतौर पार्षद कार्य कर रहे हैं और जनता ने उन्हें खूब प्यार दिया है। उन्होंने कहा कि शिमला में स्मार्ट सिटी किसी पार्टी प्रमुख का नहीं बल्कि जनता का बहुत बड़ा योगदान है। इसके लिए लोगों से राय मशवरा भी लिया गया था जो धरातल पर नहीं उतर पाया और इसके लिए अत्यधिक पैसा भी खर्च किया गया ।
उन्होंने कहा कि यदि उन्हें नगर निगम शिमला में महापौर पद के लिए चयनित किया जाता है तो वह पार्किंग की समस्या से लोगों को निजात दिलाने का पूरा प्रयास करेंगे। इसके साथ ही शिमला नगर निगम की हर समस्या का समाधान करने का वे पूरा प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा उन्हें पूरा विश्वास है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई में शिमला नगर निगम में चहुमुखी विकास होगा।
नगर निगम शिमला चुनाव के बाद मेयर समेत कई पदों को लेकर दिल्ली में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान प्रदेश सरकार में मंत्री के तीन खाली पदों को भरने के लिए भी चर्चा हुई। दोनों नेताओं के हिमाचल आने के बाद मंत्री के नामों का ऐलान किया जा सकता है साथ ही मेयर के पद के नाम का भी ऐलान किया जा सकता है।
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