India News(इंडिया न्यूज़) Dharm: सपने (Dream) का भी हमारे जीवन में अहम स्थान है। हमारे जीवन में जाग्रित अवस्था में चल रही घटनाएं, मन में आने वाले विचार, हमारी मनोस्थिति और मन में आई कई कमानाएं आदि जीवन में सपना बनकर हमारे सामने प्रदर्शत होती है। यानि सपने हमारे जीवन में मन की स्थिति का आकलन करने का एक अच्छा तरीका होता है। लेकिन कई बार हम कुछ ऐसे सपने देख लेते हैं, जिन्हें देखने के बाद हमारा मन विचलित हो उठता है। वहीं, कुछ सपने इतने अच्छे और पॉजिटिव होते हैं कि जिन्हें देखने के बाद हमारा मन प्रसन्न हो जाता है और मन में उसके पूरा होने की इच्छा होती है।
भारत के कई ऐसे ऋषि हुए हैं जिन्होंने अपने जीवन में मनुष्य के अंदर उपस्थित विभिन्न चीजों पर गहनता से अध्यन किया। इन महान ऋषियों ने अपने मनुष्य शरीर और मन पर किए गए शोध को ग्रंथ के माध्यम से हमारे सामने रखा है। ऐसा ही एक ग्रंथ महर्षि वाग्भट द्वारा रचित ‘अष्टाङ्गहृदयम् ग्रंथ’ है। हालांकि ये एक आयुर्वेद का प्रसिद्ध ग्रंथ है, लेकिन इस ग्रंथ में हमारे सपनों के बारे में काफी विस्तार से लिखा गया है।
अष्टाङ्गहृदयम् पुराण में बताया गया है कि हमारे सोने के बाद जाग्रित और गहरी नींद के बीच का जो समय रहता है उस समय हमें हमेंशा सपने दिखाई देते हैं। इस ग्रंथ के अनुसार सपने सात प्रकार के होते हैं। 1. दृष्ट 2. श्रुत 3. अर्थभूत 4. प्रार्थित 5. कल्पित 6. भावित 7. दोषज। सपनों के इन प्रकारों में पहले पांच प्रकार के सपनों का कोई भी शुभा और अशुभा फल नहीं होता। लेकिन बाकि दो भावित और दोषज श्रेणी के सपनों का अपना कुछ न कुछ प्रभाव जरुर दिखाई देते हैं।
बता दें कि भावित सपना वह हैं जो शुद्ध और सात्विक व्यक्तियों को देवलोक से आने वाला प्रत्यक्ष रुप से शुभ फल का संकेत देते हैं। जो विषय कभी भी ध्यान में न आया हो, उससे संबंधित सपना भावित माने गये हैं। इनका शुभाशुभ फल देर-सवेर मिलता अवष्य है। वहीं, दोषज सपने वो होते हैं जो हमारे जीवन में समस्या पैदा कर सकते हैं।
अगर सुबह प्रातः भावित सपने यानि अच्छा और खास सपना दिखाई देता है तो मान्यता है कि आप उस सपने के देखने के बाद तत्काल रूप से उठ कर बैंठ जाएं और दोबारा सोने की कोशिश ना करें। आप उठने के बाद ईश्वर का नाम भी जप कर सकते है। वहीं आप ईश्वर का ध्यान भी कर सकते है। ये माना जाता है कि ऐसा करने से देर सवेर आपका खास सपना अवश्य ही पूरा होता है।
वहीं अगर आपको सवेरे दोषज श्रेणी यानि कई खराब या भयानंक सपना दिखाई देता है तो आपको उस वक्त भी तत्तकाल उठकर ईश्वर से उसके पूरा ना होने की प्रार्थना करनी चाहिए। ये मानाा जाता है कि आप अपने दोषज श्रेणी के सपने को तुलसी के पौधे को बता सकते है। ऐसा करने से आपके जीवन पर बूरे सपने का असर नहीं होता है।
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