India News (इंडिया न्यूज़), Shrikhand Mahadev: देश की सबसे कठिन यात्राओं में से एक श्रीखंड महादेव यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो गई है। यात्रा पर जाने के इच्छुक श्रद्धालु ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कुल्लू जिला प्रशासन की देखरेख में श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट द्वारा 7 से 20 जुलाई तक यह यात्रा निकाली जाएगी। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच के बाद ही उन्हें यात्रा पर जाने दिया जाएगा। यह टीम ट्रैक तैयार करेगी। इस साल भारी बर्फबारी और ग्लेशियर की वजह से यह यात्रा ज्यादा जोखिम भरी होगी। हालांकि, यात्रा के दौरान विभिन्न आधार शिविरों में बचाव, चिकित्सा और प्रशासन की टीमें मौजूद रहेंगी, जो यात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करेंगी। यात्री Shrikhandyatra.hp.gov.in पर ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
श्रीखंडेश्वर महादेव के दर्शन के लिए हर साल प्रदेश और देश के अलग-अलग हिस्सों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस वर्ष प्रशासनिक दृष्टि से यह यात्रा 7 जुलाई से 20 जुलाई तक निकाली जाएगी। 2014 से कुल्लू जिला प्रशासन द्वारा गठित श्रीखंड यात्रा ट्रस्ट इस यात्रा का संचालन कर रहा है। इसके बाद प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी कई सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इस वर्ष यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की गई है, जिस पर इच्छुक तीर्थयात्री अपना आवेदन और स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र अपलोड कर सकते हैं।
भीमद्वारी और पार्वतीबाग में आधार शिविर स्थापित करेंगे, जहां बचाव दल, पुलिस और होमगार्ड के जवान श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सा, दवाई और ऑक्सीजन की व्यवस्था के अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगे। यात्री यात्रा के दौरान दांडीधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुन्शा, भीम डावरी, पार्वतीबाग, नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है। जहां श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल, दवाई और ऑक्सीजन की व्यवस्था के अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बचाव दल, पुलिस और होमगार्ड के जवान मुस्तैद रहेंग। यात्री यात्रा के दौरान दांडीधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुन्शा, भीम डावरी, पार्वतीबाग, नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। जहां श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल, दवाई और ऑक्सीजन की व्यवस्था के अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए बचाव दल, पुलिस और होमगार्ड के जवान मुस्तैद रहेंगे। यात्री यात्रा के दौरान दांडीधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुन्शा, भीम डावरी, पार्वतीबाग, नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे।
इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है. पुलिस और होमगार्ड के जवान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद रहेंगे। यात्री यात्रा के दौरान दांडीधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुन्शा, भीम डावरी, पार्वतीबाग, नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है. पुलिस और होमगार्ड के जवान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद रहेंगे। यात्री यात्रा के दौरान दांडीधार, थाचडू, काली टॉप, कालीघाटी, भीम तलाई, कुन्शा, भीम डावरी, पार्वतीबाग, नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है. नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों को देख सकेंगे। इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है. नैन सरोवर, भीमबाही जैसे दर्शनीय स्थलों को देख सकेंगे। इस बार काली टॉप से लेकर श्रीखंड महादेव के शिवलिंग तक कई जगहों पर ग्लेशियर बन गए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को यात्रा में सावधानी बरतनी पड़ रही है।
सिंह ने बताया कि श्रीखंड यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. श्रद्धालु अपना स्वास्थ्य जांच प्रमाण पत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर अपलोड कर सकते हैं। हालांकि यात्रा से पहले आधार शिविर सिंहगढ़ में स्वास्थ्य जांच की सुविधा भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि 20 जून के बाद ट्रस्ट की टीम सुविधाओं और ट्रैक का जायजा लेगी।
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