India News (इंडिया न्यूज़), Himachal News: रक्षा मंत्रालय अपनी सेना की पाकिस्तन की सीमा तक पहुंच के लिए आसान मार्ग बना रहा है। जिसके लिए रक्षा मंत्रालय अब कुल्लू-मनाली और लाहौल होकर तांदी-उदयपुर-संसारीनाला सड़क को अपग्रेड कर सामरिक मार्ग बनाएगा। ऐसे में भारतीय सेना का मनाली से उदयपुर होकर जम्मू के किश्तवाड़ होकर पाकिस्तान बॉर्डर तक पहुंचना बहुत आसान हो जाएगा। बता दें कि यह मार्ग पठानकोट-जम्मू का भी एक विकल्प होगा। तांदी-उदयपुर-संसारीनाला मार्ग हाईवे बनाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने 1287.37 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है।
सीमा सड़क संगठन तांदी से लेकर संसारीनाला तक 89 किलोमीटर सड़क को अपग्रेड कर हाईवे का रूप देगा। वर्तमान में 80 फीसदी मार्ग वनवे है और कई जगहों पर सड़क बहुत ही खराब और संकरी है। सर्दी और बरसात के दिनों अमूमन हर तीसरे दिन हिमस्खलन, भूस्खलन से बंद रहता है।
बता दें कि पहाड़ियों के बीच से गुजरने वाला यह मार्ग डबललेन होगा। पांगी-किलाड़ और जम्मू-कश्मीर के लोगों का सफर आसान होने के साथ ही इससे पर्यटन कारोबार को भी बहुत फायदा होगा। लाहौल के तांदी संगम से थिरोट तक 30 किमी के निर्माण पर 507.70 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। जबकि, उदयपुर के तिंदी तक भी 30 किमी सड़क को अपग्रेड किया जाएगा और इस पर 473.24 करोड़ और शोर से किलाड़ तक 29 किमी को डबललेन करने पर 306.43 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
मनाली-तांदी-उदयुपर-संसारीनाला होकर भारतीय सेना को पाकिस्तान के सीमावर्ती क्षेत्र किश्तवाड़, डोडा, रामबन, उधमपुर, कुलगाम, राजौरी, मीरपुर और पुंछ आदि क्षेत्रों तक पहुंचना आसान होगा। यह सभी जिले पाकिस्तान सीमा से सटे हैं। यहां के लिए पठानकोट से जम्मू होकर सेना जाती है। बता दें कि 1999 के कारगिल युद्ध में पाकिस्तान ने जम्मू-श्रीनगर मार्ग को बाधित किया था। इसलिए भारतीय सेना को मनाली-लेह मार्ग होकर जाना पड़ा था। मनाली-लेह वाया श्रीनगर होकर इन इलाकों तक पहुंचने के लिए सेना को करीब 1042 किमी का सफर करना पड़ता है। जबकि मनाली-किश्तवाड़-उधमपुर की दूरी करीब 530 किमी है।
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