India News (इंडिया न्यूज़), Dr. Kalam, Himachal: 27 जुलाई, 2015, भारतीय राष्ट्र के 11वें राष्ट्रपति डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का निधन हो गया। वे IIM शिलांग में एक भाषण देने के दौरान अचानक हृदयघात के कारण अस्वस्थ हो गए थे। डॉक्टरों के प्रयासों के बाद भी उनका दम घुट गया। पूरे देश ने इस दुखद समाचार को स्वीकारते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
डॉ. अब्दुल कलाम का नाम भारतीय इतिहास में विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में महान वैज्ञानिक और राष्ट्रीय सेवक के रूप में गहराई से सम्मानित है। उन्होंने पूरे विश्व में अपने विचारों की प्रेरक शक्ति बनाई और युवा पीढ़ी को सर्वोच्च शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में प्रेरित किया।
डॉ. कलाम एक विद्वान भाषणविद् भी थे और उनके भाषण आम जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे। वे 27 जुलाई, 2015 को IIM शिलांग के आम उपास्य क्षेत्र में भारतीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के छात्रों को एक मोटिवेशनल भाषण देने पहुंचे थे। वे अपने भाषण में युवा पीढ़ी को समर्पित कर रहे थे और उन्होंने युवाओं को उनके सपनों का पीछा करने और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित किया।
लेकिन दुखद तौर पर, भाषण के दौरान ही डॉ. कलाम को अचानक अस्वस्थ होने का सामना करना पड़ा। उन्हें तत्काल चिकित्सा उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान बचाने के लिए सभी के प्रयासों के बावजूद, वे इस दुनिया को अलविदा कह गए।
भारत रत्न डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम के निधन से पूरा देश शोकाकुल है। उनके जाने से विज्ञान, शिक्षा, और राष्ट्रीय सेवा क्षेत्र में एक अटूट खाली छोड़ गया है। उनकी यादें हमेशा हमारे दिलों में ज़िंदा रहेंगी और उनके कार्यों को अग्रसर करते हुए हमें आगे बढ़ना होगा। डॉ. कलाम के योगदान को सम्मानित करते हुए हम सभी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
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