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Diarrhea: पेट के दर्द और अनियंत्रित दस्त को न करें नजरअंदाज, जानिए किस बीमारी के है ये लक्षण और कैसे करें इनसे बचाव

• LAST UPDATED : August 10, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Diarrhea:  डायरिया एक सामान्य आवरणीयता है जिसमें पेट की भारी और अनियंत्रित दस्त होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप शरीर से पानी और पोषक तत्वों का नुकसान हो सकता है। यह एक संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में कुछ गलत हो रहा है, और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। इस लेख में, हम डायरिया के लक्षणों, सावधानियों, और इलाज के विकल्पों पर विचार करेंगे।

डायरिया के लक्षण:

  1. पेट का दर्द: डायरिया के प्रमुख लक्षणों में से एक है पेट में दर्द और असहजता।
  2. दस्त: डायरिया का सबसे स्पष्ट लक्षण होता है अनियंत्रित दस्त, जिनमें पानी या बिना संरक्षित पोषण के तत्वों के साथ मल आता है।
  3. तापमान में वृद्धि: डायरिया के समय शरीर का तापमान बढ़ सकता है, जिससे आपको बुखार या तापमान में वृद्धि की समस्या हो सकती है।
  4. तंदुरुस्ती की कमी: दस्त से शरीर में पोषण और पानी का नुकसान होने से तंदुरुस्ती की कमी हो सकती है।
  5. उलझन और थकान: डायरिया के कारण आपको बुखार, थकान, और उलझन हो सकती है।
  6. बुखार: कुछ बार डायरिया के साथ बुखार भी हो सकता है, जो शारीरिक संकेत हो सकता है कि कुछ गलत हो रहा है।

सावधानियां:

  1. स्वच्छता का पालन: सही स्वच्छता बनाए रखना महत्वपूर्ण है, जैसे कि हाथों को अच्छे से धोना, ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।
  2. पर्याप्त पानी पीना: पर्याप्त पानी पीना शरीर में विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और पेट की सेहत को सहायता प्रदान करता है।
  3. सही आहार: फल, सब्जियां, प्रोटीन, और पूरे अनाजों से भरपूर संतुलित आहार लें। तले हुए और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों से बचें।
  4. अल्कोहल की सीमा: अत्यधिक अल्कोहल सेवन से बचें, क्योंकि यह पेट को तकलीफ पहुँचा सकता है। अगर डायरिया है, तो सख्ती से अल्कोहल का सेवन करने से बचें।
  5. चिकित्सा योजना का पालन करें: आपके चिकित्सक द्वारा निर्धारित उपचार योजना का पालन करें और नियमित चिकित्सा जांच में भाग लें।
  6. आत्म-चिकित्सा से बचें: बिना चिकित्सक की सलाह के किसी भी दवाई का सेवन करने से बचें, क्योंकि यह पेट के स्वास्थ्य को और बिगाड़ सकता है।

इलाज के विकल्प:

  1. मूल कारण का सामना करें: डायरिया का इलाज उसके मूल कारण पर निर्भर करता है, जिसमें वायरल संक्रमण (हेपेटाइटिस) से लेकर लिवर विकार (सिरोसिस) या आंत में रुकावट शामिल हो सकती है।
  2. दवाएँ: कुछ मामलों में, डायरिया के लक्षणों को कंट्रोल करने और लिवर की सहायता करने के लिए दवाएँ तय की जा सकती है।
  3. प्रकाश चिकित्सा: जन्मजात डायरिया के मामलों में प्रकाश चिकित्सा की प्रक्रिया किया जा सकता है, जो उनके शरीर में अतिरिक्त बिलीरुबिन को तोड़ने में मदद करती है।

डायरिया एक स्वास्थ्य समस्या है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि यह आपकी सेहत के मूल कारण की संकेत हो सकती है। लक्षणों की पहचान करना, आवश्यक सावधानियों का पालन करना, और त्वरित चिकित्सक सलाह प्राप्त करना प्रभावी प्रबंधन और इलाज की ओर एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। स्वस्थ जीवनशैली बनाए रखकर और चिकित्सा सलाह का पालन करके, व्यक्तियों अपनी लिवर सेहत का समर्थन कर सकते हैं और डायरिया संबंधित जटिलताओं के जोखिम को कम कर सकते हैं। अगर आपको या आपके पास किसी को डायरिया के लक्षण हैं, तो सही निदान और मार्गदर्शन के लिए किसी चिकित्सक से संपर्क करना महत्वपूर्ण है।

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