लोकिन्दर बेक्टा, शिमला :
Economic Survey in Himachal : हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी कोरोना महामारी के बाद फिर से पटरी पर लौट रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा गुरुवार को विधानसभा में पेश किए गए वर्ष 2021-22 के आर्थिक सर्वेक्षण में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 8.3 फीसदी रहने का अनुमान है।
यही नहीं, प्रदेश में वर्ष 2021-22 के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 10.1 फीसदी की वृद्धि का अनुमान आर्थिक सर्वेक्षण में जताया गया है।
इस आर्थिक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2021-22 में स्थिर कीमतों (वर्ष 2011-12) पर सकल घरेलू उत्पाद या वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अनुमान 1,24,400 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद का अस्थाई अनुमान 1,14,814 करोड़ है।
वर्ष 2021-22 में प्रचलित कीमतों पर सकल राज्य घरेलू उत्पाद का अनुमान 1,75,173 करोड़ है, जबकि वर्ष 2020-21 के लिए सकल घरेलू उत्पाद को अस्थाई अनुमान के अनुसार 1,56,675 करोड़ था।
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2020-21 में प्रचलित कीमतों पर प्रति व्यक्ति आय 2,01,854 होने का अनुमान है। यह राष्ट्रीय अनुमानित प्रति व्यक्ति आय से 51,528 अधिक है। वर्ष 2021-22 के दौरान प्रति व्यक्ति आय में 10.1 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी से कृषि और संबद्ध क्षेत्र सबसे कम प्रभावित हुए हैं और वर्ष 2021-22 में इस क्षेत्र में 8.7 फीसदी वृद्धि होने का अनुमान है।
अग्रिम अनुमानों के अनुसार, उद्योग क्षेत्र का सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) वर्ष 2021-22 में 11 फीसदी बढ़ जाएगा, जोकि वर्ष 2020-21 में 6.6 फीसदी संकुचित हुआ था।
सेवा क्षेत्र महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इस क्षेत्र में पिछले वर्ष की 2.1 फीसदी ऋणात्मक वृद्धि की तुलना में वर्ष 2021-22 में 6.3 फीसदी वृद्धि होने की संभावना है।
आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में मुद्रास्फीति वर्ष 2014 से मध्यम रही है। वर्ष 2016-17 में यह 4.6 फीसदी थी, जोकि 2020-21 में 5.2 फीसदी हो गई।
चालू वित्तीय वर्ष में 2021-22 में (अप्रैल से दिसंबर) संयुक्त मुद्रास्फीति की दर से 6 फीसदी की बढ़ोतरी रही, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में (अप्रैल से दिसंबर) के दौरान सीपीआई (ग्रामीण) और सीपीआई (शहरी) सूचकांक क्रमश: 6.1 और 5.2 फीसदी रहा है, जोकि वर्ष 2020-21 में इसी समय अवधि की तुलना में 4.8 और 7.6 फीसदी था।
पर्यटन हिमाचल की आर्थिकी का अहम हिस्सा है। कोविड के दौर में अब यह सेक्टर कुछ संभला है। आर्थिक सर्वेक्षण के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों के दौरान प्रदेश में घरेलू और विदेशी सेलानियों की संख्या में अच्छी बढ़ोतरी देखी गई है लेकिन कोरोना संक्रमण के प्रभाव से वर्ष 2020 में सेलानियों के आगमन में 81 फीसदी की भारी कमी आई थी लेकिन सकारात्मक पक्ष यह है कि दिसंबर 2021 तक सेलानियों की आगमन में 75.44 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है।
वर्ष 2021 में कुल 56.37 लाख सेलानी हिमाचल घूमने आए। इनमें से 56.32 लाख देश के सेलानी आए। वहीं, 5 हजार ही विदेशी सेलानी हिमाचल घूमने आए।
रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 में प्रदेश में 1 करोड़ 64 लाख 50 हजार सेलानी हिमाचल घूमने पहुंचे थे। वहीं, 2019 में इनकी संख्या बढ़कर 1 करोड़ 72 लाख 12 हजार हो गई थी लेकिन वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमण के कारण यह गिरकर 32.13 लाख रही। इनमें 43 हजार विदेशी सेलानी और 31.70 लाख घरेलू सेलानी आए थे। Economic Survey in Himachal
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