India News (इंडिया न्यूज़), हिमाचल : क्रिप्टो करेंसी व फॉरेक्स (विदेशी मुद्रा) ट्रेडिंग में अपनों ने ही अपनों को ही लूट को अंजाम दिया है। इसमें भाई ने बहन, भानजे ने मामा व अन्य रिश्तेदारों को भी नहीं छोड़ा है। इस मामले में अपनों को विश्वास में लेकर ऐसे लोगों ने करीब 1000 करोड़ रुपये का निवेश पहले करवाया। पहले ये लोग एक-एक रुपये वापस करने की कसम खाते थे। अब मामले का पर्दाफाश होने व मुख्य आरोपित सुभाष शर्मा के दुबई भागने के बाद अपना मुंह छिपा रहे हैं।
बता दें, बल्ह हलके के लोहारा के नजदीक रहने वाले परस राम ने तक़रीबन 200 लोगों का एक समूह बनाया था। इन सभी लोगों ने अपनी-अपनी टीम बनाने के लिए सबसे पहले अपने ही रिश्तेदारों को टारगेट किया। उसके बाद सबसे 75,000-75,000 रुपये की आइडी लगवाई।
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