India News (इंडिया न्यूज़) Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में विद्युत विभाग के कर्मचारी सड़कों पर उतर आए है। और रोष प्रकट कर रहे है। बताते चले कि विद्युत विभाग के कर्मचारियों को अभी तक वेतन नहीं मिला है। जिसके कारण कर्मचारी अपने रोश प्रकट कर रहे है। 52 साल में ऐसा पहली बार हुआ है जब विद्युत विभाग के कर्मचारियों का वेतन समय से न मिला हो । लेकिन इस बार सैलरी अभी तब नहीं मिली है। सैलरी न मिलने पर कर्मचारियों ने छह जनवरी को ऊना से राज्य स्तरीय आंदोलन की चेतावनी दी। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बिजली बोर्ड से रिटायर पेंशनर्स को अब तक ओल्ड पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, 28 हजार पेंशनरों और 15 हजार कर्मचारियों को बोर्ड की तरफ से हर महीने 190 करोड़ रुपये सैलरी के तौर पर दिए जाते है। एक अधिकारी ने बताया कि हिमाचल में 125 यूनिट फ्री बिजली मिलती है। और इसके बदले सरकार बोर्ड को पैसा देता है। लेकिन अक्तूबर से दिसंबर 2023 तक का पैसा सरकार ने नहीं दिया है। कर्मचारी यूनियन के महासचिव हीरालाल वर्मा ने कहा है कि पहली जनवरी को वेतन और पेंशन अभी जारी नहीं हुआ हैय़
सूत्रों के मुताबिक हर महीने बिजली बोर्ड को बिल भुगतान से 550 करोड़ की इनकम होती है। मगर सर्दियों में नदी में पानी कम आता है। जिससे बिजली उत्पादन पर गिरावट आ जाती है। जिसके कारण अन्य राज्यों से बिजली खरीदी जाती है। जोकि काफी महंगी दरों पर खरीदी जाती है। ऐसे में आय का पैसा बिजली खरीद पर होता है। लेकिन उससे बड़ी समस्या यह है कि बोर्ड के पास भी रूपए की कमी है। सरकार महीने की हर तमाही के लिए बिजली बोर्ड को एडवांस में 250 करोड़ रुपये देती है। सरकार पिछले 3 महीने का पैसा नहीं दे पाई है। और ऐसे में अगली पेमेंट भी बाकी है। और अब बिजली बोर्ड को सरकार 500 करोड़ रुपये देगी।