India News (इंडिया न्यूज़), Border Dispute: हिमाचल प्रदेश ने एक बार फिर केंद्र सरकार के सामने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के साथ अंतरराज्यीय सीमाओं का मुद्दा उठाया है।
जम्मू-कश्मीर ने चांबा और लद्दाख ने स्पीति पर अवैध कब्जा कर लिया है। राज्य सरकार कई वर्षों से इस मुद्दे को केंद्र सरकार के समक्ष उठाती रही है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला है। जम्मू चंबा जिले के चुराह पर अपना दावा करता रहा है जबकि लद्दाख स्पीति घाटी में सरचू के साथ लगती 13 किलोमीटर की सीमा पर अपना दावा करता है।
जिसके बाद अब हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने दोनों केंद्र शासित प्रदेशों के उच्च अधिकारियों के साथ बैठक का प्रस्ताव भेजा है।
जम्मू-कश्मीर ने हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले की सीमा के भीतर 10 किमी लंबी सड़क का भी निर्माण किया है। साल 2021 में भी हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों को लेकर चंबा और डोडा प्रशासन आमने-सामने आ गए थे।
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख ने शिंकुला में चरागाहों पर चरागाह के अधिकार का दावा करते हुए ताजा विवाद खड़ा कर दिया है। 2013 में लाहौल-स्पीति जिले के सरचू और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य के एक हिस्से लेह में सीमा विवाद तब भड़का जब लेह के लोगों ने व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए सरचू में अस्थायी शेड स्थापित किए थे।
भारत के एक सर्वेक्षण ने इस क्षेत्र पर हिमाचल के दावे की पुष्टि की, फिर भी इस मुद्दे का कोई समाधान नहीं निकला क्योंकि तत्कालीन जम्मू और कश्मीर सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिकारियों ने भारत के सर्वेक्षक जनरल के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत मानचित्रों की वैधता को खारिज कर दिया था।
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