India News HP (इंडिया न्यूज़), Eye Health Tips: हानिकारक पराबैंगनी (यूवी) किरणों के संपर्क में आने से आँखों को गंभीर नुकसान हो सकता है। यह मोतियाबिंद, मैक्युलर डीजनरेशन और पलकों के कैंसर जैसी स्थितियों का कारण बन सकता है। इसलिए यूवी किरणों से बचाव आवश्यक है।
धूप का चश्मा
आँखों की सुरक्षा के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपाय है यूवी-अवरुद्ध धूप का चश्मा पहनना। ऐसा चश्मा चुनें जो 99-100% यूवीए और यूवीबी दोनों किरणों को रोकता हो। इसके अलावा, रैपअराउंड शैली की चश्मे परिधीय किरणों से भी बचाव करती हैं। यूवी सुरक्षा स्तर को प्रमाणित करने वाला लेबल होना भी जरूरी है।
टोपी का उपयोग
धूप के चश्मे के साथ चौड़ी किनारी वाली टोपी का उपयोग करना भी सुरक्षा बढ़ाता है। यह टोपियां 50% तक यूवी विकिरण को आँखों तक पहुंचने से रोकती हैं। इसके अलावा, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच सूरज की तीव्रता के घंटों में छायादार क्षेत्रों में रहना चाहिए।
इन दिनों भी रखें ध्यान (Eye Health Tips)
बादल वाले दिनों में भी यूवी किरणें प्रवेश कर सकती हैं, इसलिए ऐसे दिनों में भी सुरक्षात्मक चश्मे पहनना जरूरी है। कुछ दवाएं भी आँखों की यूवी संवेदनशीलता बढ़ा सकती हैं, इसलिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यूवी सुरक्षा प्रदान करने वाले कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग भी किया जा सकता है, लेकिन धूप के चश्मे पहनना फिर भी जरूरी रहता है।
ये चीज़ें करती है यूवी किरणों को तीव्र
जल, बर्फ और रेत जैसी चीजें यूवी किरणों को प्रतिबिंबित और तीव्र कर सकती हैं, इसलिए इन वातावरणों में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। नियमित जांच से भी यूवी क्षति के संकेतों का समय रहते पता लगाया जा सकता है। अपनी जीवनशैली के आधार पर डॉक्टर से यूवी किरणों से बचाव के तरीकों पर चर्चा करें।