माता सरस्वती जीभ पर कब विराजमान होती हैं?

सनातन धर्म में मां सरस्वती को बुद्धि, ज्ञान और संगीत की देवी माना जाता है। इसीलिए उन्हें वीणावादिनी कहा जाता है।

देवी सरस्वती के बारे में मान्यता है कि वह 24 घंटे में एक बार जीभ पर विराजमान होती हैं।

उस समय जो कहा जाता है वह सत्य हो जाता है। इसीलिए बड़े-बुज़ुर्ग हमें हमेशा अच्छा बोलने के लिए कहते हैं।

ताकि कोई बुरी बात सच न हो जाए। इसलिए मुंह से कोई भी बुरी बात निकालने की मनाही है।

ऐसा माना जाता है कि मां सरस्वती ब्रह्म मुहूर्त यानी सुबह 3:30 से 4 बजे के बीच जीभ पर आती हैं।

इस दौरान बोला गया हर शब्द मां सरस्वती की जुबान से निकला हुआ माना जाता है।

इस समय भगवान का शुक्रिया अदा करें और जो चाहें मांग लें। साथ ही भगवान की पूजा भी करें।

इसलिए हमेशा कहा जाता है कि ब्रह्म मुहूर्त में उठकर भगवान की पूजा करें।