India News HP(इंडिया न्यूज़), Goat Milk in Dengue: बारिश का मौसम आते ही डेंगू का खतरा बढ़ जाता है, जो समय पर इलाज न मिलने पर जानलेवा साबित हो सकता है। डेंगू से बचाव और इलाज के लिए लोग अक्सर घरेलू उपाय अपनाते हैं। इनमें से एक लोकप्रिय उपाय बकरी का दूध है। बकरी के दूध में विटामिन B6, B12, C, और D के साथ-साथ फोलेट बाइंड करने वाले कंपोनेंट्स भी भरपूर होते हैं, जिससे फोलिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।
बकरी के दूध के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें सेलेनियम पाया जाता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत कर बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। इसके अलावा, इसमें कैल्शियम, फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, और कॉपर जैसे तत्व भी मौजूद होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म रेट को बेहतर बनाकर शरीर को स्वस्थ रखते हैं। बकरी के दूध में प्रोटीन की संरचना जटिल नहीं होती, जिससे इसे पचाना आसान होता है और यह ब्लड काउंट बढ़ाने में मदद करता है।
कैल्शियम और एमिनो एसिड की मौजूदगी से बकरी का दूध दांत और हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसमें पाए जाने वाले अच्छे फैटी एसिड कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं, और पोटैशियम की अधिक मात्रा ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखती है, जिससे दिल की सेहत बनी रहती है। इसके अलावा, बकरी के दूध में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और पेट की समस्याओं को कम करने में सहायक हो सकते हैं।
हालांकि, कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि डेंगू के इलाज में बकरी का दूध फायदेमंद हो सकता है, लेकिन डॉक्टरों के अनुसार केवल डेंगू को ठीक करने के लिए बकरी का दूध लेने की आवश्यकता नहीं है। अभी तक वैज्ञानिक रूप से यह साबित नहीं हुआ है कि बकरी का दूध विशेष रूप से डेंगू में लाभकारी है। अगर कोई व्यक्ति रोजाना बकरी का दूध पीता है, तो वह इसे जारी रख सकता है, लेकिन डेंगू के इलाज के लिए इसके सेवन को आवश्यक नहीं माना जाना चाहिए।