India News ( इंडिया न्यूज ) Health News: बरसात का मौसम शुरू होते ही मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है। गर्मी, उमस और जलभराव के कारण मच्छरों को प्रजनन के लिए अक्सर सही माहौल मिल जाता है, जिससे कई खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। मानसून में मच्छरों से होने वाली बीमारियों में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, जीका वायरस बुखार आदि शामिल हैं, जो इन दिनों अक्सर चिंता का विषय बने रहते हैं।
बारिश के मौसम में अक्सर पानी जमा हो जाता है और मच्छर ठहरे हुए पानी में अंडे देकर प्रजनन करते हैं। इसलिए अपने घर में ठहरे हुए पानी को ढककर या साफ करके रखें, ताकि मच्छर पनप न सकें। ठहरे हुए पानी से बचने के लिए बाल्टी, कूलर और दूसरे कंटेनर को नियमित रूप से चेक करते रहें।
मच्छरों से बचने के लिए घर के आसपास, खासकर बगीचों, कैंपस या यार्ड में किसी भी तरह का कूड़ा-कचरा या मलबा जमा न होने दें। कूड़ा-कचरा अक्सर मच्छरों के छिपने की बेहतरीन जगह होती है। इसलिए इनसे दूर रहने के लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से अपने घर से कूड़ा-कचरा हटाएं और अपने आसपास साफ-सफाई भी बनाए रखें।
घर के आस-पास की नालियों की सफाई का ध्यान रखें। जब इन नालियों में कचरा या पानी जमा हो जाता है, तो यह मच्छरों के पनपने का बढ़िया ठिकाना बन सकता है। इसलिए, खास तौर पर मानसून के मौसम में जब नालियाँ ओवरफ्लो हो जाती हैं, तो उनकी सफाई बनाए रखें।
मच्छरों को अपने आस-पास आने से रोकने के लिए आप मच्छर भगाने वाली क्रीम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनकी मदद से आप मच्छरों के काटने से बच सकते हैं। इसके अलावा, आप मच्छरदानी और पूरे कपड़े पहनकर भी खुद को इनसे बचा सकते हैं।
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