India News HP (इंडिया न्यूज़), प्रदेश के छोटे बड़े सभी जलाशयों में फिशिंग करने पर मनाही के बावजूद भी अवैध शिकार के मामलों पर कई सारे केस दर्ज़ हुए है और इसपर संज्ञान लिया है। अब तक 127 मामले प्रदेश भर में मछली के अवैध शिकार के सामने आए है तो वहीं मामले की कार्रवाई करते हुए विभाग ने 86600 रुपए जुर्माना वसूला है। सबसे ज्यादा मामले कांगड़ा के पौंग डैम से आया हैं।
बिलासपुर जिले की बात करें तो रिपोर्ट के मुताबिक कोलडैम और गोबिंदसागर झील में मछली के अवैध शिकार के 35 मामले सामने आए है, इस मामले पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने करीब 18100 रुपए जुर्माना वसूला है। इसी तरह चंबा जिला में चमेरा व रणजीत सिंह सागर डैम से करीब 23 मामलों में कार्रवाई करते हुए विभागों ने 18200 रुपए जुर्माना वसूला है, तो वहीं 68 मामला पौंग डैम से आया है और यहाँ से तक़रीबन 50300 रुपए जुर्माना वसूला गया।
फ्लाइंग स्क्वायड के साथ साथ दूसरी टीमों को भी विभाग ने अलर्ट किया है और किसी को अवैध शिकार करते हुए पकड़ने पर नियम के अनुसार कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।
फिशिंग डिपार्टमेंट के निदेशक ने बताया कि प्रदेश के सभी तालाब में दो महीने तक फिशिंग करने पर प्रतिबंध है। लेकिन इसके बावजूद भी कई सारे अवैध शिकार के मामले सामने आ ही रहे हैं। वहीं मामले की कार्रवाई करते हुए विभाग ने 86600 रुपए जुर्माना वसूला है। फ्लाइंग स्क्वायड के साथ साथ दूसरी टीमों को भी विभाग ने अलर्ट किया है और किसी को अवैध शिकार करते हुए पकड़ने पर नियम के अनुसार कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।
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