बढ़ती उम्र के साथ-साथ इंसानी भी धीरे-धीरे मेच्योर होने लगता है
वहीं कुछ लोगों का मानना है कि बढ़ती उम्र के साथ इंसान की पर्सनैलिटी में भी कई बदलाव होते हैं
रिसर्च में भी माना गया है कि उम्र बढ़ने के साथ इंसान की पर्सनैलिटी में बदलाव आते हैं
हालांकि ऐसा भी कहा गया है कि 30 साल की उम्र के बाद पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा बदलाव आते हैं
जिसमें महिलाओं में मूड स्विंग, अवसाद और चिंता देखने को मिलता है
वहीं 30 से 60 के बीच जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती रहती है वैसे ही उन्में आत्म विश्वास और भी बढ़ जाता है
जबकि पुरूषों में ऐसा नहीं होता उनमें ये धीमे-धीमे होता है, 40 से 65 साल के बीच वो इमोशनली स्ट्रांग बन जाते हैं