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गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोण विषय पर अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान 26 अप्रैल से

• LAST UPDATED : April 25, 2022

गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोण विषय पर अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान 26 अप्रैल से

  • हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में हो रही व्याख्यान शृंखला में मेड्रिड, सिडनी, मेलबार्न के विशेषज्ञ लेंगे भाग
  • 26 से 29 अप्रैल तक होने जा रही इस शृंखला का विवि के कुलपति बंसल करेंगे शुभारंभ

इंडिया न्यूज, धर्मशाला।

हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय (Himachal Pradesh Central University) का पत्रकारिता, जनसंचार तथा नवमीडिया स्कूल 26 से 29 अप्रैल, 2022 तक गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोण विषय पर एक अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान शृंखला का आयोजन कर रहा है।

केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल (Vice Chancellor Prof. Sat Prakash Bansal) 26 अप्रैल को व्याख्यान शृंखला का उद्घाटन करेंगे।

व्याख्यान शृंखला के दौरान विभिन्न अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के शिक्षाविद् विभिन्न गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोणों और अद्यतन विधियों के बारे में बात करेंगे। यह व्याख्यान शृंखला सामाजिक विज्ञान और मानविकी (Social Sciences and Humanities) के शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।

ओनलाइन माध्यम से होगी व्याख्यान शृंखला

यह व्याख्यान शृंखला ओनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएगी। इस व्याख्यान शृंखला में अभी तक देश और विदेश से कुल 94 प्रतिभागियों ने पंजीकरण करवाया है।

इस आयोजन के पहले दिन डा. सुबिन पाल, सहायक प्रोफेसर, आईई विश्वविद्यालय, मैड्रिड, स्पेन (IE University, Madrid, Spain) इस बारे में बात करेंगे कि कैसे अर्ध-संरचित, गहन साक्षात्कार गुणात्मक शोध में एक संभावित उपकरण हैं।

वह मध्य-पूर्वी देशों में काम कर रहे भारतीय पत्रकारों पर अपने हालिया अध्ययन के संदर्भ में अपनाई गई शोध विधि की व्याख्या करेंगे।

वहीं व्याख्यान शृंखला के दूसरे दिन, डा. सेल्वराज वेलायुथम, एसोसिएट प्रोफेसर, मैक्वेरी विश्वविद्यालय, सिडनी गुणात्मक अनुसंधान के दृष्टिकोण के रूप में नृवंश विज्ञान (ethnography) के बारे में बात करेंगे।

तीसरे दिन डा. ऊषा एम रोड्रिग्स, प्रोफेसर, मणिपाल अकादमी, जो दक्कन विश्वविद्यालय, मेलबर्न के वरिष्ठ शिक्षाविद रहे हैं, मिश्रित विधि अनुसंधान पर अपना वक्तव्य देंगी।

व्याख्यान शृंखला के अंतिम दिन प्रो. क्रेग बैटी, कार्यकारी डीन (रचनात्मक), दक्षिण आस्ट्रेलिया विश्वविद्यालय, अभ्यास आधारित अनुसंधान के दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे।

वहीं, विवि के कुलपति के अनुसार हम हिमाचल प्रदेश के केंद्रीय विश्वविद्यालय को एक शोध विश्वविद्यालय के रूप में परिकल्पित कर रहे हैं जो अनुसंधान के अवसरों को बढ़ावा देगा और उनका विस्तार करेगा।

गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोण व्याख्यान शृंखला इस संबंध में अंतरराष्ट्रीय विद्वानों के विविध दृष्टिकोण और ज्ञान से प्रतिभागियों को लाभान्वित करेगी। गुणात्मक अनुसंधान दृष्टिकोण विषय पर अंतरराष्ट्रीय व्याख्यान 26 अप्रैल से

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