इंडिया न्यूज, शिमला।
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Himachal Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने आज शिमला के मशोबरा स्थित क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र (क्रैगनैनो) (Regional Horticulture Research & Training Center Mashobra) का दौरा किया।
इस अवसर पर लेडी गवर्नर अनघा आर्लेकर भी साथ थीं। राज्यपाल ने सेब की 276 किस्मों, नाशपाती की 79 किस्मों और चेरी की 46 किस्मों वाले सबसे बड़े जर्मप्लाज्म केंद्र (germplasm center) पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि प्रयोगशाला से बागीचों तक तकनीक के हस्तांतरण पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
उन्होंने सेब की स्थानीय किस्मों को विकसित करने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने केंद्र में स्थापित सेब के बागीचे का भी दौरा किया।
उन्होंने प्रयोगशालाओं का भी निरीक्षण किया और संस्थान के समुचित रखरखाव के लिए अधिकारियों एवं कर्मचारियों की सराहना की।
उन्होंने केंद्र में किए जा रहे अनुसंधान कार्यों की भी सराहना की। क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र मशोबरा के सह-निदेशक डा. दिनेश ठाकुर ने राज्यपाल का स्वागत किया और केंद्र की शैक्षणिक, अनुसंधान और विस्तार गतिविधियों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि बागवान दैनिक बागवानी कार्यों के लिए केंद्र की सिफारिशों और अन्य सलाहकार सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. नीना चौहान और अन्य उपस्थित थे। राज्यपाल ने इससे पहले मशोबरा स्थित नेचर पार्क (Nature Park Mashobra) का भी दौरा किया। राज्यपाल ने मशोबरा के क्षेत्रीय बागवानी अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र का किया दौरा
Read More : एलआईसी के आईपीओ के विरोध में धरना-प्रदर्शन
Read More : प्रो. शशि कुमार बने हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति
Read More : खाद पर सब्सिडी बढ़ने से किसानों पर नहीं पड़ेगा आर्थिक बोझ: वीरेंद्र कंवर
Read More : हिमाचल के 100 आयुष औषधालय बनेंगे वेलनेस सेंटर: विपिन सिंह परमार