इंडिया न्यूज़, मंडी
हिमाचल (Himachal) के वरिष्ठ नेता, और राजनीति के चाण्क्य कहे जाने वाले स्वर्गीय पंडित सुख राम (Late Pandit Sukh Ram) का जन्म 27 जुलाई, 1927 को मंडी जिला में हुआ था। इनके पिता तुंगल (Tungal) इलाका में स्थित कोटली (Kotli) गांव में रहते थे, इनका नाम पंडित भवदेव था। पंडित जी एक आम परिवार में जन्में थे। किसी को नहीं पता था, की एक दिन सुखराम पंडित (Sukhram Pandit) संचार क्रांति के जनक बनेंगे।
सुखराम की शिक्षा मंडी के विजय हाई स्कूल (Vijay High School) में हुई और इसके पश्चात वल्लभ कालेज दिल्ली में हुई। पंडित सुखराम नगरपालिका मंडी में सचिव के रूप में कार्यकर्त थे। सबसे पहला चुनाव उन्होंने 1963 में हिमाचल प्रदेश के प्रत्याशी के रूप में लड़ा और महान स्वतंत्रता सेनानी सिंध के गांधी नाम से मशहूर स्वामी कृष्णा नंद को हराया। कांग्रेस में शामिल होकर वर्ष 1984 में मंडी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया।
पंडित सुखराम ने प्रदेश सरकार के कईं मंत्रालय जिसमें लोक निर्माण, कृषि व पशुपालन को संभाला था। पंडित सुखराम की हिमाचल राजनीति में दमदार उपस्थिति थी। पंडित सुखराम ने 1993 से लेकर 1996 तक संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में काम किया और वे संचार क्रांति का सूत्रपात कर देश भर में अपनी पहचान बना गए।
आपको बता दे की पंडित सुखराम के पुत्र अनिल शर्मा इस समय सदर से विधायक हैं। सुखराम की बड़े पौत्र आश्रय शर्मा हिमाचल के कांग्रेस सचिव है, इसके इलावा जबकि छोटे पौत्र आयुष शर्मा ने सलमान खान की बहन अर्पिता से शादी भी की है।