प्रतियोगिता में भाग लेते हुए अकादमी के शूटर
27वीं राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में छाए कटोच शूटिंग अकादमी के शूटर, जीते 7 मैडल
- कटोच अकादमी के शूटरों द्वारा इस प्रतियोगिता में 4 स्वर्ण, 2 सिल्वर व 1 ब्रांज मैडल जीते।
- 12 शूटरों ने प्री-नेशनल इवेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया है।
- अपने खर्चे पर ही अपने गांव में अकादमी स्थापित की ।
इंडिया न्यूज, पालमपुर।
27वीं राज्य स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में पालमपुर के नजदीक गांव भौरा में स्थित कटोच शूटिंग अकादमी के 14 शूटरों ने 7 मैडल जीत कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। यह प्रतियोगिता प्रदेश के ठियोग में समपन्न हुई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश स्वास्थय मंत्री व राज्य शूटिंग एसोशियेशन के अध्यक्ष डा0 राजीव सैजल ने की। कटोच अकादमी के शूटरों द्वारा इस प्रतियोगिता में 4 स्वर्ण, 2 सिल्वर व 1 ब्रांज मैडल जीते।
मुख्याअतिथी प्रदेश के स्वास्थय मंत्री एंव अध्यक्ष राज्य शूटिंग राइफल एसोसियेशन डा0 राजीव सैजल से मैडल लेने के बाद अकादमी के शूटर।
इस प्रतियोगिता में एयर राइफल (वरिष्ठ वर्ग) में 10 मीटर में रक्षित भड़वाल ने स्वर्ण पदक जीता। एयर राइफल (कनिष्ठ वर्ग) 10 मीटर में आकाश राणा ने स्र्वण जीता। एयर राइफल 10 मीटर (युवा श्रेणी) में सुर्यांश पटियाल ने स्वर्ण पदक जीता। एयर राइफल 10 मीटर (सब-युथ) श्रेणी में तनिश धीमान ने स्वर्ण पदक जीता।
प्रतियोगिता में जीते पदकों के साथ अकादमी के शूटर।
एयर पिस्टल (अंडर-12) वर्ग में समीर कटोच ने सिल्वर मैडल जीता और एयर पिस्टल (जूनियर वर्ग) में विशाल ने सिल्वर मैडल जीता। एयर पिस्टल (अंडर-12) वर्ग भाव्या ने ब्रांज मैडल जीता।
प्रतियोगिता में जीते पदकों के साथ अकादमी के शूटर।
कटोच शूटिंग अकादमी के निदेशक सेना से रिटायर सुबेदार नरेश कटोच ने बताया इस प्रतियोगिता में अकादमी के 14 शूटरों ने भाग लिया था और 12 शूटरों ने प्री-नेशनल इवेंट के लिए क्वालीफाई कर लिया है। प्री-नेशनल इवेंट के लिए क्वालीफाई करने वालों में आकाश राणा, रक्षित भड़वाल, सुर्यांश पटियाल, शिवम राणा, तानीश धीमान, सक्षम खरवाल, विशाल, शुभम, विवेश शर्मा, धीरज, अंगद और मानव कटोच हैं।
गौरबतलव है कि कटोच शूटिंग अकादमी के निदेशक सेना से रिटायर सुबेदार नरेश कटोच ने सेना में नौकरी के दौरान 15 राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लिया है। सेना से निवृत होने के बाद उन्होने स्वंय ही बच्चों को इस खेल में तैयार करना शुरू कर दिया। उन्होने बताया कि इस खेल के लिए प्रदेश में राष्ट्रीय या अंतराष्ट्रीय स्तर की कोई भी अकादमी नहीं है जिसके चलते उन्होने अपने खर्चे पर ही अपने गांव में अकादमी स्थापित की है। उन्होने बताया कि इस अकादमी को पिछले वर्ष अक्तूबर में शुरू किया है।