उद्योग मंत्री ने मनियाला में महिला मंडलों को बांटा सामान
महिला सशक्तिकरण के लिए जयराम सरकार ने किये गंभीर प्रयास।
इंडिया न्युज। देहरा।
महिला परिवार के साथ-साथ समाज की भी रीढ़ है, इसलिए समाज की मजबूती के लिए महिलाओं का स्वावलंबी होना आवश्यक है। जयराम सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। ये शब्द उद्योग व परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने सोमवार को अपने विधानसभा क्षेत्र जसवां परागपुर की ग्राम पंचायत मनियाला के गांव कठियाड़ा में 15 महिला मंडलों को 5 लाख की आवश्यक वस्तुए वितरित करने के उपरांत कहे। उन्होंने महिला मंडलों के माध्यम से होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों में उपयोग होने वाले जरूरी सामान को बांटा, जिनमें महिला मंडलों की मांग के अनुसार गद्दे, कुर्सियां, पेटियां, मैट, दरियां, बर्तन, पंखे आदि जरूरत की तमाम वस्तुएं भेंट की गई।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में महिलाओं और बेटियों को ध्यान में रखते हुए कईं योजनाएं सरकार द्वारा चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की महिलाओं के सम्मान और सवाभिमान को ध्यान में रखते हुए 65 वर्ष से उपर सभी महिलाओं को पेंशन देने का ऐतिहासिक निर्णय जयराम सरकार ने लिया। मुख्यमंत्री शगुण योजना के तहत गरीब परिवार की कन्याओं के विवाह हेतु 31000 रूपये की राशि सरकार द्वारा दी जा रही है, जिसके तहत प्रदेश भर में 7.50 करोड़ रूपये व्यय करके लगभग 2400 परिवारों को लाभ दिया गया। वहीं महिलाओं की सुरक्षा तथा आपातकालीन स्थिति में सहायता प्रदान करने के लिए गुड़िया हेल्पलाईन-1515 तथा शक्ति बटन ऐप आरम्भ की गई। उन्होंने कहा कि बेटी है अनमोल योजना के अन्तगर्त प्रदेश में लगभग 33 करोड़ रूपये खर्च करके लगभग 110000 बेटियों के नाम सरकार द्वारा पैसे जमा करवाए गए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना के तहत प्रदेश में 2 लाख गर्भवती महिलाओं को 83.37 करोड़ रूपये उपलब्ध करवाए गए। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण के उद्देश्य से आरम्भ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में कुल 29918 स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं, जिनसे 2,40,914 महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। इसके तहत महिलाओं को आजीविका गतिविधियों से जोड़ने हेतु भी सरकार द्वारा करोड़ों रूपये खर्चे जा रहे हैं। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि यह सब प्रयास सरकार द्वारा मातृशक्ति से उत्थान व समाज में उनकी सक्रिय सहभागिता के लिए किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के महिला मंडल भी क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रयास करें। विभिन्न जागरुकता अभियानों के माध्यम में महिला मंडल समाज में व्याप्त बुराईयों की समाप्ति के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान व समाज कल्याण के लिए महिला मंडलों को जिस भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता होगी वह उसे उपलब्ध करवाएंगे। कार्यक्रम उपरांत उद्योग मंत्री ने जनसमस्याओं को सुनते हुए अधिकत्म का मौके पर निपटारा किया और शेष के समयबद्ध निवारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला परिषद् उपाध्यक्षा सनेह परमार, महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिता सपेहिया, मंडलाध्यक्ष सत्या सूद, उपाध्यक्ष सुदेश कुमारी सहित विभिन्न महिला मंडलों के प्रतिनिधि और सदस्य उपस्थित रहे।