लोकिन्दर बेक्टा, शिमला :
HP CM Interacting with the Public : अगले वित्त वर्ष के लिए पेश किए गए बजट से जनता को अवगत करवाने और इसकी खूबियों की जानकारी देने के लिए रविवार को वर्चुअल जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बजट प्रस्तुत करने के बाद जयराम ठाकुर आम जनता से सीधे रू-ब-रू हुए और पहले ऐसे मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री ने वर्चुअल कार्यक्रम से राज्यभर के लोगों को संबोधित करते हुए बजट के हर पहलू की जानकारी दी।
उन्होंने बीते 4 साल में भाजपा सरकार द्वारा किए गए कल्याणकारी कार्यों भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022-23 का बजट प्रदेश के समग्र एवं समावेशी विकास पर केंद्रित है। इसमें प्रदेश में कार्यान्वित की जा रही योजनाओं में आवश्यकता आधारित सुधार तथा अनेक योजनाओं के आकार में वृद्धि को भी ध्यान में रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रथम अवसर है जब प्रदेश का वार्षिक बजट प्रस्तुत करने के उपरांत कोई मुख्यमंत्री आम जनता से सीधे तौर पर रू-ब-रू हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले 4 वर्षों के दौरान प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य निर्धन तथा जरूरतमंद वर्गों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना रहा है।
प्रदेश सरकार की सभी योजनाएं, नीतियां तथा कार्यक्रम समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के उत्थान को समर्पित रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का सबसे पहला निर्णय वृद्धजनों के कल्याण तथा अन्य निर्णय निराश्रित पशुओं को उचित आश्रय सुनिश्चित करवाने के लिए लक्षित था।
उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारण्यों तथा गौ-सदनों में प्रत्येक पशु के लिए 500 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जा रहे थे जिसे वर्ष 2022-23 के बजट में बढ़ाकर 700 रुपए प्रतिमाह प्रति पशु किया गया है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का 2 वर्षों से अधिक का कार्यकाल कोरोना महामारी से प्रभावित रहा है। उन्होंने कहा कि सभी चुनौतियों के बावजूद प्रदेश ने राज्य के लोगों तथा केंद्र सरकार के सक्रिय सहयोग और समर्थन से इस महामारी से निपटने में सफलता प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस माह की 4 तारीख को 51,365 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तुत किया है जिसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक वर्ग तथा राज्य के प्रत्येक क्षेत्र का विकास करना है।
उन्होंने कहा कि पिछली प्रदेश सरकार के कार्यकाल के दौरान 28 हजार करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिया गया। महामारी के बावजूद वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया ऋण पिछली सरकार की तुलना में काफी कम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार के बजट में सभी के लिए वृद्धावस्था पेंशन की आयु सीमा को कम करते हुए बिना किसी आय सीमा के 60 वर्ष करने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन के जो लाभार्थी वर्तमान में 850 रुपए प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त कर रहे थे, उन्हें अब 1,000 रुपए प्रतिमाह, 1,000 रुपए प्रतिमाह की पेंशन प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को 1,500 रुपए प्रतिमाह तथा 1,500 रुपए प्रतिमाह प्राप्त कर रहे पेंशनरों को 1,700 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि 60 से 65 वर्ष आयु वर्ग की महिलाएं भी बिना किसी आय सीमा के वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्र होंगी। उन्होंने कहा कि अब 7.50 लाख लाभार्थियों को वृद्धावस्था पेंशन योजनाओं का लाभ मिलेगा तथा इस पर कुल 1,300 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह प्रथम अवसर है जब अन्य बजट दस्तावेजों के साथ जेंडर बजट स्टेटमेंट भी प्रस्तुत की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आंगनबाड़ी सहायिकाओं और आशा कार्यकर्ताओं के मासिक मानदेय में भारी बढ़ौतरी की गई है।
सिलाई अध्यापिकाओं, मिड-डे मील कार्यकर्ताओं, जलवाहक (शिक्षा विभाग), जलरक्षक, बहुउद्देशीय कार्यकर्ताओं, पैराफिटर तथा पंप आपरेटरों के मानदेय में भी बढ़ौतरी की है।
उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को प्रतिमाह 9,000 रुपए, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 6,000 रुपए, आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 4,600 रुपए, आशा कार्यकर्ताओं को 4,700 रुपए, सिलाई अध्यापिकाओं को 7,850 रुपए, मिड-डे मील कार्यकर्ताओं को 3,400 रुपए, जलवाहक (शिक्षा विभाग) को 3,800 रुपए, जलरक्षक को 4,400 रुपए, जलशक्ति विभाग के बहुउद्देश्यीय कार्यकर्ताओं को 3,800 रुपए तथा पैराफिटर व पंप आपरेटरों को 5,400 रुपए मानदेय प्रदान किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि दिहाड़ीदारों की दिहाड़ी 50 रुपए बढ़ाकर इसे 350 रुपए प्रतिदिन किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आउटसोर्स कर्मचारी को भी न्यूनतम 10,500 रुपए प्रतिमाह प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त शहरी स्थानीय निकायों तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों के मानदेय में भी बढ़ौतरी की गई है।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री गृहिणी सुविधा तथा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एक अतिरिक्त नि:शुल्क सिलेंडर प्रदान किया जाएगा जिस पर 50 करोड़ की राशि व्यय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हिमकेयर योजना के तहत अब पंजीकरण वर्षभर किया जाएगा तथा इसका नवीनीकरण 3 वर्ष की अवधि के उपरांत होगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहले केवल 2 आक्सीजन संयंत्र थे, जबकि आज राज्य में 48 पीएसए आक्सीजन संयंत्र हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 60 यूनिट तक बिजली की खपत पर 0 बिलिंग करने का निर्णय लिया है जिससे लगभग 4.50 लाख उपभोक्ता लाभान्वित होंगे।
उन्होंने कहा कि किफायती बिजली 1 रुपए प्रति यूनिट की उपदान दर पर उपलब्ध करवाई जाएगी जिससे 61 से 125 यूनिट तक की खपत करने वाले 7 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा। किसानों के लिए बिजली की दर 30 पैसे प्रति यूनिट होगी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा 4 मार्च को प्रस्तुत किए गए वर्ष 2022-23 के बजट की सराहना करते हुए बजट की मुख्य विशेषताओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा गत 4 वर्ष के कार्यकाल के दौरान अपने 5 बजट में 97 नई योजनाएं शुरू की गर्इं।
इस अवसर पर सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, प्रदेश भाजपा संगठन सचिव पवन राणा, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल, बाल कल्याण परिषद की महासचिव पायल वैद्य, नगर निगम शिमला की महापौर सत्या कौंडल, हिमफैड के अध्यक्ष गणेश दत्त, मुख्य सचिव राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुभाशीष पंडा, प्रधान सचिव सामान्य प्रशासन भरत खेड़ा, सचिव वित्त अक्षय सूद, निदेशक सूचना एवं जन संपर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन शिमला में उपस्थित थे, जबकि अन्य सभी मंत्री, विधायक, भाजपा नेता और प्रदेश की जनता ने वर्चुअल माध्यम से जन संवाद में भाग लिया। HP CM Interacting with the Public