होम / मंडियों में प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री में सहयोग करेंगे आढ़ती Sale of Natural Farming Products

मंडियों में प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री में सहयोग करेंगे आढ़ती Sale of Natural Farming Products

• LAST UPDATED : April 19, 2022

मंडियों में प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री में सहयोग करेंगे आढ़ती Sale of Natural Farming Products

  • प्रदेश की 10 मंडियों में प्राकृतिक खेती उत्पादों की बिक्री के लिए स्थान अलाट करने का किया जा रहा काम: राकेश कंवर

इंडिया न्यूज, शिमला।

Sale of Natural Farming Products : हिमाचल प्रदेश में रसायन रहित प्राकृतिक खेती के उत्पादों को बाजार में अच्छे खरीददार मिलें और इनकी सही से बिक्री हो, इसके लिए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना की राज्य कार्यान्वयन इकाई, मार्केटिंग बोर्ड और आढ़ती तथा व्यापारी मिलकर काम करेंगे।

प्रदेश में साढ़े 3 साल पहले शुरू की गई प्राकृतिक खेती के उत्पादों को उचित बाजार मुहैया करवाने के लिए मंगलवार को शिमला में योजना की कार्यान्वयन इकाई और मार्केटिंग बोर्ड के सहयोग से किसानों, आढ़तियों और व्यापारियों को लेकर एक बैठक का आयोजित की गई।

कृषि सचिव एवं प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के राज्य परियोजना निदेशक राकेश कंवर की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सभी हितधारकों ने प्राकृतिक खेती उत्पादों को बाजार में बढ़ावा देने में सहयोग करने में अपनी सहमति प्रदान की।

171063 किसान-बागवान प्राकृतिक खेती से जुड़े (Sale of Natural Farming Products)

इस मौके पर कृषि सचिव ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 1,71,063 किसान-बागवान इस खेती से जुड़ चुके हैं और अब इनके उत्पादों के लिए बाजार की आवश्यकता देखी जा रही है इसलिए योजना के तहत इन किसान-बागवानों के उत्पादों को उचित बाजार मुहैया करवाने के लिए प्रदेश की 10 मंडियों में स्थान अलाट करने का काम किया जा रहा है।

इसके अलावा किसानों के उत्पादों की ब्रांडिंग का काम भी योजना के तहत किया जा रहा है। उन्होंने आढ़तियों और व्यापारियों को भरोसा दिलाया कि प्राकृतिक खेती उत्पादों को पूरी पारदर्शिता, विश्वसनीयता, प्रमाणिकता और ब्रांडिंग के साथ मंडियों में पहुंचाया जाएगा जिससे व्यापारियों को इन्हें आगे बेचना आसान होगा।

प्राकृतिक खेती में अन्य राज्यों से आगे (Sale of Natural Farming Products)

बैठक में मार्केटिंग बोर्ड के एमडी नरेश ठाकुर ने प्राकृतिक खेती की जानकारी देते हुए कहा कि जब यह योजना प्रदेश में शुरू की गई थी, तब इसे लागू करने से पहले हमने दूसरे राज्यों का भ्रमण किया था और वहां सीखने के बाद ही इसे यहां लागू किया था लेकिन आज साढ़े 3 साल के बाद हम उन राज्यों से भी आगे निकल गए हैं और प्रधानमंत्री बड़े-बड़े मंचों पर हिमाचल प्रदेश की सराहना कर चुके हैं।

उन्होंने बताया कि मार्केटिंग बोर्ड ने प्राकृतिक खेती किसानों के उत्पादों के लिए प्रदेश की 10 मंडियों मेहंदली, टापरी, धर्मपुर, नम्होल, पालमपुर, भुंतर, धनोटू, ऊना और पांवटा साहिब में स्थान चिन्हित कर लिया है।

बैठक के दौरान उन्होंने 8 जिलों के मंडी सचिवों को प्राकृतिक खेती के उत्पादों को प्राथमिकता के आधार पर बिक्री के लिए व्यवस्था तैयार करने के निर्देश दिए।

मार्केट व्यवस्था तैयार करने के सुझाव (Sale of Natural Farming Products)

बैठक के दौरान विभिन्न जिलों से आए अधिकारियों, किसानों, व्यापारियों और आढ़तियों ने प्राकृतिक खेती उत्पादों के लिए मार्केट व्यवस्था को तैयार करने में बहुमूल्य सुझाव दिए।

आढ़तियों ने सुझाव दिया कि प्राकृतिक खेती उत्पादों के लिए अलग से मार्का और पैकेजिंग होनी चाहिए। वहीं कई व्यापारियों ने प्राकृतिक खेती उत्पादों को सभी मंडियों में स्थान देने की बात कही। Sale of Natural Farming Products

Read More : हिमाचल में भी सूखे के आसार Chances of drought in Himachal

Read More : वित्तीय वर्ष 2021-22 में 8403.70 करोड़ राजस्व एकत्रित 8403.70 crore revenue collected in the financial year 2021-22

Read More : सीएम को काले झंडे दिखाने जा रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस हिरासत में Youth Congress Worker in Police Custody

Read More : हमीरपुर-मंडी हाईवे की औपचारिकताएं पूरी करें Complete The Formalities of Hamirpur-Mandi Highway

Read More : पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर 3 कारों में टक्कर Cars Collide on Pathankot-Mandi National Highway

Connect With Us : Twitter | Facebook

SHARE
ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox