India News (इंडिया न्यूज), Ambala: हरियाणा के अंबाला से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, जेल प्रशासन ने गलती से जमानत प्राप्त शख्स की जगह एक अपराधी को छोड़ दिया। गृह मंत्री अनिल विज ने अंबाला जेल से गलती से रिहा हुए कैदी के मामले को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को जेल महानिदेशक को मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
अनिल विज ने कहा कि उन्होंने इस घटना के संबंध में जेल प्रशासन से भी बात की और उन्हें बताया गया कि जिस व्यक्ति को जमानत दी गई थी, उसके स्थान पर गलती से किसी दूसरे व्यक्ति को रिहा कर दिया गया। मंत्री ने इसे गंभीर मामला बताते हुए कहा कि ऐसी गलतियों के कारण जेल प्रशासन किसी को भी गलत तरीके से रिहा कर सकता है।
यह मामला मंगलवार को अनिल विज के संज्ञान में तब आया जब वे अंबाला में अपने आवास पर जन शिकायतों को सुन रहे थे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, जमानत मिलने के बावजूद रिहा नहीं किए गए कैदी के पीड़ित परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि अंबाला जेल प्रशासन ने उसके खिलाफ भी फर्जी मामला दर्ज किया है।
इसके बाद गृह मंत्री अनिल विज ने जेल महानिदेशक से फोन पर बात की और उन्हें मामले की जांच करने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। आधिकारिक सूत्रों ने कहना है कि अंबाला जेल प्रशासन ने इस मामले के सिलसिले में दो जेल कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
जेल प्रसासन का हर वक्त सख्त और चौकन्ना रहना बेहद जरूरी होता है। ये उनकी जिम्मेदारी है कि कैदियों को जेल में बिताए समत के बाद रियलाइज हो जाए की उनसे गलती हुई है। वे किसी गलत काम की वजह से अंदर आएं हैं। पर अंबाला से आया ये मामला थोड़ा अलग है। यहां एक अपराधी को फ्री फोकट में रिहा कर दिया गया। दरअसल इस सब की वजह पुलिस द्वारा की गई लापरवाई थी जहां जिस व्यकित की जमानत हुई थी, उसकी जगह पुलिस ने किसी अन्य शख्स को ही रिहा कर दिया।
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