इंडिया न्यूज, Keylong (Himachal Pradesh)
लाहौल (Lahaul) में 8 स्थानों (8 locations) पर स्वचालित मौसम स्टेशन उपकरण (Automatic weather station equipment) केलांग, सिसु, खंगसर, तांडी, जोबरांग, गेमूर, दारचा दंगमा और खोकसर में स्थापित (installed) किए गए हैं।
ये एडब्ल्यूएस आपदा पूर्व अलर्ट के लिए 7 मापदंडों पर मौसम पर डाटा एकत्र करेंगे। यह जानकारी उपायुक्त नीरज कुमार ने केलांग में आयोजित एक कार्यक्रम में दी।
कार्यक्रम का आयोजन एक गैर सरकारी संस्था प्रज्ञा टीम द्वारा जिला अधिकारियों और डीडीएमए के समन्वय से किया गया था।
उन्होंने यहां एक एडब्ल्यूएस उपकरण का अनावरण भी किया व लाहौल और स्पीति में समुदायों के लिए मौसम स्टेशनों के लाभों के बारे में बात की।
उन्होंने कहा कि सौर विकिरण, बिजली गिरने, वर्षा और हवा की गति पर मौसम के आंकड़ों को मापने के लिए एडब्ल्यूएस के उपयोग से इन एडब्ल्यूएस की स्थापना से स्थानीय समुदाय को लाभ होगा।
प्रज्ञा के मुरारी साहू और ऋषभ कुमार ने अत्याधुनिक एडब्ल्यूएस उपकरण की विभिन्न विशेषताओं के बारे में बताया और कहा कि एडब्ल्यूएस एक बहुत ही परिष्कृत और लागत प्रभावी माप, रिकार्डिंग, संचारण और निगरानी मशीन है जो बहुत कम बिजली की खपत करती है और यह बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के रन-आन रिचार्जेबल बैटरी के कार्य करता है।
उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एडब्ल्यूएस में उपयोग किए जाने वाले सेंसरों को भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा कैलिब्रेट किया गया है।
डीआरटी, पंचायत सदस्यों और जिला अधिकारियों के सहयोग से प्रज्ञा की शोध और कार्यक्रम टीम के साथ काफी शोध और फील्डवर्क के बाद एडब्ल्यूएस साइटों और मापदंडों के लिए स्थानों का सावधानीपूर्वक चयन किया।
इस परियोजना के एक हिस्से के रूप में प्रज्ञा ने जिला प्रशासन और उनके अधिकारियों के सहयोग से लाहौल और स्पीति में 8 एडब्ल्यूएस स्थापित किए हैं।
डीएमएस-हिमालय परियोजना के तहत विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने के लिए जिला प्रशासन और प्रज्ञा इंडिया के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) पर भी हस्ताक्षर किए गए हैं।
असम के विश्वनाथ, लखीमपुर, हिमाचल प्रदेश के चम्बा और कांगड़ा जिलों में भी इसी तरह की एडब्ल्यूएस लगाई गई हैं। प्रज्ञा इंडिया एक गैर-लाभकारी विकास संगठन है जो गरीबी राहत, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा तक पहुंच, लैंगिक समानता, सामाजिक न्याय और आपदा प्रबंधन के लिए प्रतिबद्ध है।
इस कार्यक्रम में डा. मदन बंधु, सीएमओ और कई अन्य जिला अधिकारी, स्कूल शिक्षक और अन्य पंचायत सदस्य शामिल थे।
स्थानीय समुदाय के स्वयंसेवक, नागरिक समाज संगठन (CSO), शिक्षक, आशा/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आपदा प्रतिक्रिया दल (DRT) और मीडिया के सदस्य भी लांच में मौजूद थे।
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