India News (इंडिया न्यूज़), Chandrayaan-3: 14 जुलाई को लॉन्च हुए चंद्रयान- 3 के लिए शनिवार का दिन बेहद अहम रहा शनिवार को चंद्रयान- 3 ने शाम सात बजे के बाद सफलता पूर्वक लूनर ऑर्बिट में प्रवेश कर लिया। और ठीक 18 दिन बाद यानि 23 अगस्त को चंद्रयान की सॉफ्टलैंडिग चंदा मामा पर होगी। दुनियाभर के खगोलशास्त्री चंद्रयान-3 पर नज़र गड़ाए हुए हैं।
इसरो ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी कि चंद्रयान- 3 ने चांद की कक्षा में प्रवेश कर लिया है और स्पेसक्राफ्ट की हेल्थ को मिशन ऑपरेशन कॉम्पलेक्स से लगातार मॉनिटर किया जा रहा है। रविवार रात 11 बजे के बाद चंद्रयान को चंद्रमा की दूसरी कक्षा में प्रवेश कराया जाएगा। वहीं 9 अगस्त को दोपहर पौने दो बजे तीसरी और 14 अगस्त को दोपहर 12 बजे चंद्रयान की चौथी ऑर्बिट मैन्यूवरिंग होगी। 16 अगस्त को सुबह साढ़े आठ बजे के करीब चंद्रयान चांद की पांचवीं कक्षा में प्रवेश करेगा और 17 अगस्त को लैंडर मॉड्यूल और प्रोपल्शन मॉड्यूल अलग होंगे। इसके बाद 17 अगस्त को ही दोनों मॉड्यूल अलग होने के बाद चंद्रयान को चंद्रमा की 100 किमी. ऊंचाई वाली गोलाकार कक्षा में प्रवेश कराया जाएगा। इसके बाद 18 अगस्त से लेकर 20 अगस्त के बीच चांद से चंद्रयान की दूरी को और कम किया जाएगा।
चंद्रयान 3 अब तक चंद्रमा की दो तिहाई दूरी तय कर चुका है। चंद्रयान 7200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चंद्रमा की तरफ बढ़ रहा था। चांद की कक्षा को पकड़ने के लिए चंद्रयान- 3 की गति को 3600 किलोमीटर प्रति घंटा किया गया है सॉफ्टलैंडिंग तक चंद्रयान की रफ्तार को धीमा करने का सिलसिला चलता रहेगा। चांद की कक्षा में प्रवेश करने के बाद चंद्रयान चांद की कक्षा में उल्टे चक्र लगाएगा यानि पृथ्वी के चारों ओर जिस दिशा में चंद्रयान जिस दिशा में चक्र लगा रहा था अब उसके विपरीत दिशा में चक्कर लगाएगा। चंद्रयान एक अहम चरण में अब प्रवेश कर चुका है और लगातार चंद्रयान के लिए काम कर रहे वैज्ञानिकों की धड़कन लगातार बढ़ रही है।
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