इंडिया न्यूज, Shimla (Himachal Pradesh)।
प्राकृतिक और अन्य आपदाओं के जोखिम और भेदता को कम करने के लिए समयबद्ध तैयारी तथा समय पर क्षेत्र विशेष के लोगों को सतर्क करना अत्यंत आवश्यक है। यह बात मुख्यमंत्री (Chief Minister) जय राम ठाकुर (Jai Ram Thakur) ने आज अटल सदन कुल्लू (Atal Sadan Kullu) में कुल्लू जिला प्रशासन द्वारा आयोजित सप्ताह भर चलने वाले आपदा प्रबंधन कार्यक्रम (disaster management awareness program) ज्वाइंट युनाइटेड एक्शन फार रेजिलिएंस इन इमरजेंसी (JUARE) के शुभारंभ के अवसर पर लोगों को सम्बोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में आपदा प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने जिले में राज्य के लिए एक प्रेरक और आदर्श कार्यक्रम आरंभ करने के लिए जिला प्रशासन कुल्लू के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आम आदमी को आपदा के प्रति जागरूक करना तथा आपदा के समय बचाव और राहत के लिए प्रबंधन को प्रशिक्षित करना है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठी पहल है। जय राम ठाकुर ने कहा कि जेयूएआरई कार्यक्रम सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है।
यह कार्यक्रम ग्राम पंचायतों, शहरी स्थानीय निकायों, स्कूल के विद्यार्थियों को सामुदायिक जोखिम, मानचित्र तैयार करने और आपदा के समय पर नागरिक सुरक्षा के लिए स्वयंसेवकों की पहचान सुनिश्चित करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 5 जून, 2022 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले के 206 स्कूलों के छात्र एक साथ आपदा प्रबंधन पर आधारित नाटकों का मंचन कर लोगों को जागरूक करेंगे।
उन्होंने विभिन्न आयोजनों के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए। स्थानीय स्कूल के विद्यार्थियों ने प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावों के शमन और लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए नाटक का मंचन भी किया।
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना, सांसद एवं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सुरेश कश्यप, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर, विधायक सुरेंद्र शौरी व किशोरी लाल, पूर्व सांसद महेश्वर सिंह, एपीएमसी के अध्यक्ष राम सिंह, उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग, पुलिस अधीक्षक गुरदेव शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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