Choti Kashi in himachal: हिमाचल प्रदेश में को देवभूमि के नाम से जाना जाता है। यह प्रदेश पर्यटन स्थलों के चलते देश भर में काफी लोकप्रिय है। वहीं मंडी को हिमाचल प्रदेश राज्य की छोटी काशी के रूप में जाना जाता है। इस शहर में 81 मंदिर स्थित है। इसलिए, इसमें एक आध्यात्मिक खिंचाव भी है। इसी खिचांव के चलते लोग यहां आने के लिए विवश हो जाते हैं। यह शहर झिलमिलाती झीलों और लुभावने परिदृश्यों से घिरा हुआ है। छोटी काशी जगमगाती रेवलसर झील और माता कुआ रानी मंदिर के प्रशंसकों के आकर्षण का केंद्र है।
त्रिलोकीनाथ मंदिर का निर्माण मंडी (जिसे छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है) के राजा श्री अजबर सेन जी की पत्नी और रानी सुल्तान देवी जी ने करवाया था। यह मंदिर व्यास नदी के दाहिनी किनारे पर स्थित है। इसके सामने पंचवक्त्र मंदिर स्थित है। त्रिलोकीनाथ मंदिर के परिसर में एक प्राचीन मंदिर स्थित है जो त्रिलोकीनाथ मंदिर से काफी पहले की बताई जाती है। यहां की मूर्तियां काफी नक्काशी और दृश्य मनमोहक है। यही सब छोटी काशी को वास्तविक काशी जितना जीवंत बनाती है।
पंचवक्त्र मंदिर, त्रिलोकीनाथ मंदिर के सामने स्थित है। पंचवक्त्र शिव जी की भव्य प्रतिमा के कारण अद्भुत है। पंचवक्त्र मंदिर का निर्माण राजा श्री सिद्धसेन ने करवाया था, राजा सिद्धसेन की तंत्र विद्या में गहरी रुचि रखते थे। ऐसा कहा जाता है कि पंचवक्त्र शिव जी की मूर्ति तंत्र शास्त्र के अनुसार ही बनाई गई है। पंचवक्त्र में शिव की मूर्ति उनके पांच नामों क्रमशः ईशान, पुरुष, अघोर, काम संज्ञक और ब्रह्मा संज्ञक के प्रतिक के रूप में स्थापित है।
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